
न्यूज डेस्क दिल्ली: स्ट्रॉबेरी मून जून की रात में आकाश का गुलाबी चमत्कारहर साल जून की पूर्णिमा को ‘स्ट्रॉबेरी मून’ कहा जाता है। इस दिन चांद हल्की गुलाबी या लाल आभा लिए नजर आता है, जो देखने में बेहद खूबसूरत होता है। इस बार यह खगोलीय नज़ारा 11 जून यानी आज दिखाई देगा।इस साल का स्ट्रॉबेरी मून एक माइक्रो मून भी होगा – यानी चांद अपनी सामान्य दूरी से थोड़ा ज़्यादा दूर होगा, जिससे यह आकार में थोड़ा छोटा दिखेगा।क्यों कहते हैं इसे स्ट्रॉबेरी मून?यह नाम कोई कल्पना नहीं, बल्कि पुरानी परंपराओं और किसानों के कैलेंडर से जुड़ा है। अमेरिका की नेटिव जनजातियों और किसानों के लिए यह वह समय होता था जब स्ट्रॉबेरी यानी जंगली बेर की फसल तैयार होती थी। इस नाम में मौसम, खगोलीय विज्ञान और सांस्कृतिक मान्यताओं का अद्भुत मेल छिपा है।यह पूर्णिमा न केवल वसंत का आखिरी चंद्रमा होती है, बल्कि साल के सबसे छोटे समय तक दिखने वाले पूर्ण चंद्रमा में से एक भी होती है।प्रकृति प्रेमियों के लिए खासस्ट्रॉबेरी मून सिर्फ देखने में खूबसूरत नहीं, बल्कि यह प्रकृति, फसल और जीवन चक्र का प्रतीक भी है। आकाश में यह दुर्लभ दृश्य हर साल नहीं मिलता – और इस बार तो इसका वैज्ञानिक और भावनात्मक दोनों ही पहलू खास हैं।

