
मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना में रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी
कोंडागांव : सरकार गरीब बेटियों के हाथ पीले करने के लिए लाखों की योजनाएं बनाती है. लेकिन जब उन्हीं योजनाओं को चलाने वाले अधिकारी रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी पर उतर आएं, तो सोचिए क्या हाल होगा उन बेटियों का.? एक ऐसा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है कोंडागांव जिले से जहाँ मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना अब अफसरों के लिए कमाई का ज़रिया बनती जा रही है। फरसगांव विकासखंड के बड़ेडोंगर परियोजना में महिला एवं बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर रमादेवी पटेल पर गंभीर आरोप लगे हैं। नवविवाहिता युवती ने मीडिया के सामने आकर खुलासा किया कि बिना विवाह किए ही उसके नाम पर चेक कटवाया गया. और फिर उससे ज़बरन 24,000 रुपये की वसूली की गई। मामला यहीं नहीं रुका रमादेवी पटेल पर पहले भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं से अवैध उगाही के आरोप लगते रहे हैं। कहीं पाँच हज़ार तो कहीं दो हज़ार की माँग. और पैसे नहीं देने पर नौकरी जाने की धमकी।जब ANB न्यूज टीम ने सुपरवाइजर रमादेवी पटेल से बात की, तो उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि आंगनबाड़ी में कमियाँ पाई गई थीं, और उन्हीं के एवज में कार्यकर्ताओं ने उन्हें पैसे दिए।मुझे फोन करके बुलाया गया, चेक मेरे खाते में डलवाया गया और जब पैसे निकाले, तो मुझसे ले लिए गए। 30,000 में से मुझे सिर्फ 6,000 ही मिले। बाकी सुपरवाइजर ने रख लिए।

