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माइनिंग अधिकारियों की उदासीनता के चलते आदिवासियों के प्लांट को बनाया निशाना धंधा ठप

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जबलपुर: कलेक्ट्रेट कार्यालय में पदस्थ अधिकारियों कर्मचारियों का सराहनीय कार्य माइनिंग कार्यालय में पदस्थ अधिकारी कर्मचारी कर रहे जनता को लूटने का काम जनता कार्यालय के चक्कर काटने मजबूर, जिसके चलते माइनिंग विभाग के अधिकारियों के पद का सही इस्तेमाल ना करते हुए माइनिंग कर रहे व्यापारियों को चक्कर कटवाने का काम, किसी को लाभ दिलाने अन्य लोगो को पहुंच रहे नुकसान लोग लीज सरेंडर करने हो रहे मजबूर , माइनिंग दफ्तर में जाने वाले हर कोई व्यापारी है परेशानवर्तमान में संभाल रहे जिले के माइनिंग अधिकारी रत्नेश दीक्षित का तबकला दूसरे जिले में हुआ है, जिनका कार्यभार संभालने के लिए वर्तमान में अन्य अधिकारी को प्रभारी बनाया गया है, वही एक क्षेत्र के माइनिंग इंस्पेक्टर राकेश देशमुख की कार्यप्रणाली की लोलुपता के चलते दफ्तर में कुछ अलग ही माहौल निर्मित कर दिया है, इस दफ्तर की विशेषता ये है की जो भी यह आता है वहा अपना कारोबार संचालित करने बड़ी कीमत चुकता है, इसमें चाहे चाय लाने वाले छोटे कर्मचारी हो या बाबू अधिकारी और चौकीदार या फिर कार्यालय में पदस्थ अधिकारी कर्मचारी हो यह हर एक को माथा टेका कर प्रसाद चढ़ाया जाता है,माइनिंग आफिस द्वारा व्यापार एंव आफिस में कागजी कार्यवाही हेतु सहयोग न करने से क्वारी लीज सलेन्डर करने हो रहे मजबूर व्यापारी, निवेदन करता खसरा नंबर 15,16,17,18 और खसरा नंबर 27 जो की चुन्नी बाई संचालित कर रही है ग्राम चिखली तहसील कुण्डम में क्वारी लीज होल्डर है जोकि मनमर्जी अधिकारियों की मनमर्जी के चलते व्यापार कम करते है और डेड रेंट ज्यादा चुकाते है, जो अब अपनी लीज सिलेंडर करने मजबूर हो गई है।

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