अनिल उपाध्याय देवास/MP: सर्व पितृ मोक्ष( भूतड़ी) अमावस्या की व्यवस्था को लेकर एसडीएम प्रिया चंद्रावत की अध्यक्षता में जाट धर्मशाला नेमावर में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक हुई। बैठक मे 30 सितंबर से लगने वाले तीन दिनों के मेले की तैयारी को लेकर भी चर्चा की गई, पर्व का मुख्य स्नान 2 अक्टूबर बुधवार को होगा।बैठक में विद्युत व्यवस्था, साउंड व्यवस्था, घाटों की साफ सफाई की व्यवस्था, पार्किंग व्यवस्था ,वेरीकेटिंग की व्यवस्था, पुलिस की व्यवस्था ,दुकानों की व्यवस्था ,पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था, चिकित्सा व्यवस्था ,घाटों पर सुरक्षा के लिए नावों की व्यवस्था, फायर ब्रिगेड की व्यवस्था, पुलिस कंट्रोल की व्यवस्था ,परिक्रमा वासी व भिक्षुकों के लिए बैठने की व्यवस्था, सड़क दुरुस्ती की व्यवस्था, पशु की रोकथाम की व्यवस्था, साथ ही बरगी व तवा डैम से 30 सितंबर से 2 अक्टूबर तक पानी नहीं छोड़ने के लिए संबंधित अधिकारियों को इस बात से अवगत कराना ताकि नर्मदा में स्नान के दौरान पानी नहीं बडै। बैठक मेंएसडीएम प्रिया चंद्रावत,तहसीलदार अरविंद दिवाकर, सीईओ केपी राजोरिया, सीएमओ मनीराम मंडलोई, निखिलेश चिंतामण ,श्रीमती चंपा बघेल खंड चिकित्सा अधिकारी, संजय साहू जेई, पुरुषोत्तम कनेरिया लोक लोक निर्माण विभाग मनीष काशीकर नगर पंचायत विष्णु यादव पीएचई विभाग, अमित जाट महिला बाल विकास विभाग ,ब्रजेश उपाध्याय कृषि विस्तार अधिकारी, नेमावर थाना प्रभारी दर्शना मुजाल्दा ,नगर परिषद अध्यक्ष कृष्ण गोपाल अग्रवाल, उपाध्यक्ष राजपाल सिंह तोमर , पार्षद गण एवं नगर के गण मान्य नागरिक के साथ ही सभी विभागों के अधिकारी कर्मचारी की मौजूदगी रही, मेले में हर वर्ष तीन से चार लाख लोग नर्मदा स्नान करने के लिए पहुंचते हैं। 3 दिन पूर्व से ही आना प्रारंभ हो जाता है। नर्मदा के प्रमुख पांच घाटों का स्नान कर पितरों का दर्पण मोक्षी कामना करते हैं यहां प्रेत आत्माओं से बाधित लोगों के साथ ही बड़ी संख्या में देवधामी ओझा पहुंचते हैं। अमावस्या की रात को रात भर तंत्र विद्याएं एवं चीखने चिल्लाने की आवाज से नर्मदा तट गुजता है।