
पेंड्रा: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ता पिछले एक वर्ष से डॉ. भंवर सिंह पोर्ते महाविद्यालय, पेंड्रा में पढ़ रहे छात्रों की विभिन्न समस्याओं को लेकर प्राचार्या महोदया को ज्ञापन सौंपते आ रहे थे, लेकिन प्रशासन द्वारा किसी भी प्रकार का ठोस परिवर्तन देखने को नहीं मिला।इसी क्रम में शुक्रवार को एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने एक बार फिर महाविद्यालय प्रशासन को ज्ञापन सौंपा और चेतावनी दी कि यदि तीन प्रमुख मांगों पर शनिवार से कार्य प्रारम्भ नहीं किया गया, तो मंगलवार को एबीवीपी छात्रों के साथ उग्र आंदोलन करेगी।पेंड्रा नगर मंत्री श्रेयांश पांडे ने बताया कि एबीवीपी के नेतृत्व में यह प्रदर्शन भारी संख्या में हुआ, जिसके बाद महाविद्यालय में सकारात्मक बदलाव देखने को मिला। सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा यह था कि प्राचार्या महोदया बाहर आकर छात्रों से संवाद करें, उनकी समस्याएँ सुनें और शुक्रवार को दिए गए ज्ञापन पर की गई कार्यवाही से अवगत कराएँ।श्रेयांश ने कहा कि महाविद्यालय घेराव के बाद छात्र शक्ति—जो कि राष्ट्र शक्ति भी है—की अंततः जीत हुई।इसी दौरान नगर सह-मंत्री आदित्य चतुर्वेदी ने कहा कि एबीवीपी सदैव छात्र हितों के लिए खड़ी रहती है और इसका प्रत्यक्ष उदाहरण आज महाविद्यालय में दिख रही बदलती व्यवस्था है।अभाविप सोशल मीडिया प्रभारी शुभम कौशिक ने बताया कि यह केवल आश्वासन भर नहीं है, बल्कि एबीवीपी और सभी विद्यार्थियों की सामूहिक जीत है, क्योंकि छात्रों ने अपने अधिकारों के लिए मजबूती से संघर्ष किया।इस प्रदर्शन में प्रमुख रूप से श्रद्धा दुबे, योगेश्वरी राठौर, आंचल यादव, वैभव यादव, तरुण राठौर, सत्येंद्र यादव, यश राठौर, नील नामदेव, शिवम राठौर, श्याम गुप्ता, सत्यम राठौर, अमल साहू सहित बड़ी संख्या में छात्र उपस्थित रहे।






