
हिरमी रावन: ग्राम बरडीह में स्वर्गीय नरेश वर्मा की पुण्य स्मृति में आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के तीसरे दिन, कथावाचक हरिकृष्ण जी महाराज ने भगवान श्री कृष्ण के मनमोहक बाल चरित्र और ‘माखन चोरी’ लीला का अत्यंत सुंदर वर्णन किया। इस अवसर पर पूरा पंडाल भक्ति और उल्लास से सराबोर हो गया। गोकुल का दिव्य चित्रण कथा व्यास ने दशम स्कंध के प्रसंगों का वर्णन करते हुए बताया कि किस प्रकार बाल गोपाल कन्हैया अपने सखाओं के साथ गोकुल की गलियों में अठखेलियां करते थे। उन्होंने कहा कि भगवान की माखन चोरी कोई सामान्य चोरी नहीं थी, बल्कि यह जीव और ईश्वर के प्रेम का एक दिव्य संकेत था। माखन चोरी लीला का सजीव वर्णन कथावाचक ने भावपूर्ण ढंग से बताया कि कैसे नटखट कन्हैया गोपियों के घरों से माखन चुराते थे और पकड़े जाने पर भी अपनी मीठी-मीठी बातों और तर्कों से यशोदा मैया को मना लेते थे। उन्होंने कृष्ण के मुख पर लगे माखन, उनकी भोली अदाओं और ग्वाल-बालों के साथ उनकी मस्ती का ऐसा सजीव चित्रण किया कि श्रोतागण मंत्रमुग्ध हो गए। कथावाचक के अनुसार माखन चोरी कान्हा की बाल सुलभ चंचलता नहीं, बल्कि भक्ति के बंधन को तोड़ने का संकेत था। भगवान ने माखन चुराकर यह संदेश दिया कि वे केवल प्रेम के भूखे हैं और हर भक्त के हृदय में विराजमान हैं।उत्सव का माहौल माखन चोरी की कथा के दौरान, कई श्रद्धालुओं ने भाव विभोर होकर भजन-कीर्तन किया। कथा के समापन पर, पंडाल में माखन-मिश्री का प्रसाद वितरण किया गया, जिसे पाकर सभी ने स्वयं को धन्य महसूस किया। श्रद्धांजलि और आयोजन यह धार्मिक आयोजन दिवंगत नरेश वर्मा को श्रद्धा सुमन अर्पित करने हेतु किया जा रहा है। इस ज्ञान यज्ञ में बड़ी संख्या में ग्रामीण और आस-पास के क्षेत्रों के श्रद्धालुगण प्रतिदिन कथा श्रवण करने पहुँच रहे हैं। आयोजकों ने बताया कि यह कथा ज्ञान यज्ञ पूरे सप्ताह चलेगा, जिसमें भगवान के अन्य दिव्य चरित्रों का भी वर्णन किया जाएगा।







