
हिरमी – रावन: अंचल में विजयदशमी पर्व 22 फीट रावण का पुतला जलाया गया। सत्य का जीत हुआ असत्य का पराजय हुआ। आदर्श श्रीराम लीला मंडली पुरानी बस्ती जांगड़ा के अध्यक्ष श्री शेष नारायण कश्यप ने जानकारी दी कि दिनांक 03 अक्टूबर 2025 दिन शुक्रवार को स्थान छत्तीसगढ़ महतारी मंच जांगड़ा में विजयादशमी दशहरा उत्सव बड़े ही धूमधाम से मनाया गया जिसमें मुख्य अतिथि मोहन लाल वर्मा सभापति जिला पंचायत सदस्य बलौदाबाजार, विशेष अतिथि करण वर्मा विधायक प्रतिनिधि बलौदाबाजार विशिष्ट अतिथि श्रीमति डॉ पूर्णेर्श्वरी-रविन्द्र बघेल ,अध्यक्षता कलावती-अलेन चतुर्वेदी, सरपंच ग्राम पंचायत जांगड़ा व समस्त पंचगण गाँव के गणमान्य नागरिक जन गांव के व आस पास के गांवों से आए दर्शक बन्धु सैकड़ों की संख्या में उपस्थित हुए। श्री राम लीला में श्री राम के भूमिका में बसंत ध्रुव, लक्ष्मण के भूमिका में चेतन वर्मा, जानकी के भूमिका में राजू ध्रुव, हनुमान की भूमिका में सोनू ध्रुव, अंगद के भूमिका में हेमंत ध्रुव, जामवंत के भूमिका में गुलाब वर्मा रावण के भूमिका में पण्डित यमुना मिश्रा, कुंभकरण के भूमिका में योगेश विश्वकर्मा, विभीषण के भूमिका में धीरेन्द्र वर्मा तथा ब्यास में गोविन्द निषाद, तबला वादक में शशि वर्मा, रामाधार देवदास, ढोलक वादक में देवेन्द्र पटेल, बेंजो व बांसुरी वादक गोपाल निषाद, मंजीरा वादक में भागीरथी निषाद तथा सदाबहार कलाकार में मुख्य रूप में मनमोहन सिंह ध्रुव, कुलदीप ध्रुव, कमलेश विश्वकर्मा, गोवर्धन गिर गोस्वामी, व्यवस्थापन में रूपेंद्र ध्रुव, मुकेश निषाद, रूपेंद्र वर्मा साथ ही साथ छोटे छोटे बहुत से कलाकारों ने इस रामलीला में भाग लेकर इस रामलीला आयोजन को सफल बनाया। रामलीला मैदान में जमकर आतिशबाजी के साथ रावण का पुतला किया। अहंकारी रावण का वध किया गया। रामलीला मैदान में दोनों पक्षों में जमकर आतिशबाजी हुआ। यहां का विजयदशमी बाजार चौंक में कार्यक्रम का आयोजन रखा गया था। रामलीला मैदान में भीषण दोनों पक्षों में घमासान युद्ध हुआ राम दल और रावण दल में जमकर आतिशबाजी हुआ हैं। प्रति वर्ष की भांति इसी वर्ष भी हर्षोल्लास पूर्वक और शांति पूर्ण रूप से विजयदशमी पर्व मनाया गया। इस रामलीला का मंचन में राज्यभिषेक हुआ राम ने माता सीता को रावण के लंका से छुड़ाकर लाया गया। रावण मरने के दौरान हा हा हा हंसता रहा था।राम भक्त रावण का भाई विभीषण ने राम को बताया कि रावण के नाभी में अमृत का कुंड है l







