
हिरमी- रावन : गायत्री प्रज्ञापीठ हिरमी की ओर से श्रीराम नवमी पर साधकों ने सुबह छह से शाम छह बजे तक लोक कल्याण के लिए सामूहिक गायत्री जप अनुष्ठान शुरू किया। बुधवार को आत्म कल्याण, लोक कल्याण व मानव कल्याण के लिए सामूहिक महायज्ञ गायत्री परिवार व अन्य श्रद्धालुओं ने विधि विधान से किया। प्रज्ञापीठ के ट्रस्टी व व्यवस्थापक छन्नू लाल फेकर ने बताया कि अनुष्ठान का शुभारंभ नवरात्र के पहले दिन से होकर अब तक चल रहा है। बुधवार को विशेष अनुष्ठान व पूर्णाहुति के साथ कार्यक्रम का समापन किया गया। कन्याभोज के बाद भंडारे का आयोजन किया गया। इसी क्रम में हिरमी में गायत्री प्रज्ञापीठ पर नवरात्रि के पावन पर्व पर चल रहे नौ दिवसीय गायत्री अनुष्ठान मंत्र जप का कार्य एक कुंडीय गायत्री महायज्ञ के साथ सम्पन्न हुआ। जिसमें परिव्राजक श्यामसुंदर वैदिक मंत्रो के साथ गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र, दुर्गा मंत्र के साथ राष्ट्र कल्याण के लिए विशेष मंत्र की आहूतियां 56 प्रकार की जड़ी बूटियों से निर्मित हवन सामग्री से दी गई। दुर्गा नवमी पर प्रेमलाल सिन्हा ने माँ सिद्धिदात्री की कथा सुनाई, जिन्होंने देवताओं के तेज से प्रकट होकर भगवान शिव को आठ सिद्धियां प्रदान कीं, जिसके बाद शिवजी का आधा शरीर देवी का हो गया और वे अर्धनारीश्वर कहलाया उन्होने बताया कि जो भक्त श्रद्धा से यह कथा सुनते हैं, माँ उनकी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं और उन्हें सुख-समृद्धि देती हैं। उसके बाद कन्या भोज के साथ भोजन प्रसाद का वितरण किया गया। कार्यक्रम में साधकों को गायत्री मंत्र लेखन, गायत्री चालीसा, गुरुदेव का सदसाहित्य का नि:शुल्क वितरण किया गया। आयोजन में डाँ मोहनलाल वर्मा सभापति उद्योग एवं सहाकारिता समिति जिला पंचायत बलौदाबाजार, अध्यक्ष जनभागीदारी समिति डी के कालेज ब. बा., रेखाकृष्णा वर्मा उपसरपंच कुथरौद, सोनू फेकर, झालूराम, पीलूराम, विशाल सिन्हा, छन्नू फेकर, दिलेश्वर मढरिया,जगदीश साहू,रामायण धीवर,रंगनाथ, कीर्ति, सरस्वती, भारती, प्रज्ञा वर्मा सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद रहे।







