
हिरमी – रावन : गोड समाज बोईरडीह चक के ग्राम कुथरौद में रविवार को विश्व आदिवासी दिवस धूमधाम से मनाया गया।कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथिओं डॉ मोहन लाल वर्मा सभापति जिला पंचायत बलौदा बाज़ार ,लक्ष्मी वर्मा महिला आयोग सदस्य , अदिति बागमार पूर्व जिला पंचायत सदस्य बलौदा बाज़ार ,दौलत पाल जनपदअध्याय सुहेला ,ईशान वैष्णवसभापति जिला पंचायत बलौदा बाज़ार ,हेमंत बागमार मण्डल ,उमा अनंत जनपद सदस्य,तारनदास अनंत सरपंच कुथरौद ,रेखाकृष्णा वर्मा उपासरपंच कुथरौद,अजय धुरंधर पूर्व सरपंच प्रतिनिधि, आधार ध्रुव,शिव ध्रुव ने दीप प्रज्वलित कर किया, तत्पश्चात सभी अतिथियों के बारी-बारी से वस्त्र देकर स्वागत किया गया l

इस दौरान बड़ी संख्या में जुटे आदिवासी समाज के लोगों ने वीरांगना महारानी दुर्गावती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित और माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान गोंड महासभा ने व्याप्त समस्याओं के बाबत चर्चा की। डॉ मोहन लाल वर्मा ( सभापति उद्योग एवं सहाकारिता समिति जिला पंचायत बलौदाबाजार, अध्यक्ष जनभागीदारी समिति डी के कालेज ब. बा. ) ने संबोधित करते हुए कहा कि आज विश्व आदिवासी दिवस आज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहा है। आदिवासी जल, जंगल, जमीन के रक्षक रहे। इस मौके पर ने कहा आदिवासी समाज की परंपराएं और संस्कृति छत्तीसगढ़ की पहचान हैं उन्होंने कहा की आदिवासी मंत्रालय द्वारा 30 लाख छात्रों को हर साल डीबीटी के जरिए स्कॉलरशिप दी जा रही है। इसके अलावा, सरकार आदिवासी भाई बहनों के शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए काम कर रही है।

सरकार आदिवासी क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाएं जैसे सड़क संपर्क, पानी, बिजली और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के लिए काम कर रही है। 22.5 हजार ऐसे गांवों को चिह्नित किया गया है जहां बुनियादी सेवाओं का अभाव है, और इन गांवों में मूलभूत जरूरतों की सारी सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएंगी। हर पीजीवीटी समूह के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है, जो उस समुदाय की बस्तियों में जाकर उनकी जरूरतों को समझने की कोशिश कर रहा हैl प्रकृति प्रेमी जल, जंगल, जमीन के संरक्षक तथा सांस्कृतिक विरासतों को संजोकर रखने वाले सभी आदिवासी भाई बहनों को विश्व आदिवासी दिवस की बधाई एवं अनंत शुभकामनाएं दी l सभी अतिथियों ने भी अपना विचार रखें l कार्यक्रम में आदिवासी संस्कृति और परंपराओं की अनूठी झलक देखने को मिली। कुथरौद में आयोजित विश्व आदिवासी दिवस समारोह में आदिवासी समाज बोईरडीह चक के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में मौजूद रहे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों और पारंपरिक नृत्यों से माहौल उत्सवमय हो गया।और आदिवासी समाज के प्रतिनिधि बड़ी संख्या में मौजूद रहे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों और पारंपरिक नृत्यों से माहौल उत्सवमय हो गया।







