
रायपुर छत्तीसगढ़: बहुचर्चित तोमर बंधु प्रकरण में पुलिस ने एक बार फिर न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। आरोपियों के फरार रहने और बार-बार नोटिस के बावजूद कोर्ट में उपस्थित नहीं होने के चलते अदालत ने कड़ा रुख अपनाते हुए वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर के खिलाफ उद्घोषणा (Proclamation) जारी कर दी है। इसके तहत दोनों आरोपियों को 18 अगस्त 2025 तक न्यायालय में स्वयं उपस्थित होने का अंतिम मौका दिया गया है।पुलिस सूत्रों के अनुसार, तोमर बंधुओं की सक्रिय रूप से तलाश जारी है, लेकिन वे अब तक गिरफ्त से बाहर हैं। ऐसे में अब अगली प्रक्रिया के तहत पुलिस उनके भाठागांव स्थित निवास पर कोर्ट द्वारा जारी उद्घोषणा नोटिस चस्पा करेगी।

यह प्रक्रिया उद्घोषणा की विधिक औपचारिकता का हिस्सा होती है, जिसके बाद अदालत अगली कार्रवाई की ओर बढ़ सकती है।गौरतलब है कि वीरेंद्र तोमर और रोहित तोमर के खिलाफ गंभीर आपराधिक धाराओं के तहत मामला दर्ज है और वे लंबे समय से फरार चल रहे हैं। पुलिस ने पहले भी कई बार उन्हें नोटिस भेजकर पेश होने को कहा, लेकिन आरोपियों ने कोई जवाब नहीं दिया। अब उद्घोषणा जारी होने के बाद यदि वे कोर्ट में हाजिर नहीं होते हैं, तो न्यायालय उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट या फरार घोषित करने की प्रक्रिया शुरू कर सकता है।इस पूरे मामले को लेकर पुलिस की अगली रणनीति पर भी नजरें टिकी हैं। फिलहाल सुरक्षा एजेंसियां आरोपियों के संभावित ठिकानों पर निगरानी बनाए हुए हैं और उनके जल्द गिरफ्त में आने की संभावना जताई जा रही है।






