
सुहेला हिरमी: बसंत पंचमी के अवसर पर ज्ञानोदय शिशु मंदिर सुहेला एवं अन्य शासकीय निजी शिक्षण संस्थानों में ज्ञान की देवी मां सरस्वती की पूजा, हवन यज्ञ विधि-विधान से की गई। रोली, चंदन, अक्षत और दूब अर्पित कर मां वीणावादिनी का स्मरण कर बच्चों ने मां से ज्ञान मांगा। वसंतोत्सव पर्व कस्बे सहित ग्रामीण क्षेत्रों में धूमधाम से मनाया गया। मां वीणावादिनी का भव्य श्रृंगार कर विधि-विधान से पूजन-अर्चन किया। प्रधाचार्या ने मां सरस्वती का आह्वान करते हुए आओ मेरे कंठ विराजो, कृपा करो अपना स्वर दो….की वाणी वंदना प्रस्तुत कर सभी का दिल जीत लिया।छात्र-छात्राओं ने आरती और सरस्वती चालीसा प्रस्तुत कर मां को प्रसन्न करने का प्रयास किया। इस मौके पर छात्राओं ने मां सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए आरती प्रस्तुत की। आयोजित कार्यक्रम में शिक्षिकाओं व छात्राओं ने मंत्रोचारण के बीच मां सरस्वती का पूजन, हवन यज्ञ कर मां ज्ञानदायिनी की पूजा अर्चना की।पीले वस्त्र धारण करके आए बच्चों और शिक्षिकाओं ने हवन पूजन में प्रतिभाग करके श्रद्धा के पुष्प अर्पित किए। शिक्षिकाओं ने मां सरस्वती वंदना एवं देवी गीत प्रस्तुत कर सभी को भाव विभोर कर दिया। प्रधानाचार्या जामुन बंजारे ने कहा कि, मां सरस्वती की जिस पर कृपा होती है। उसका यश चारों दिशाओं में फैलता है। उन्होंने बच्चों को संस्कारयुक्त शिक्षा देने का आह्वान किया। मां सरस्वती का पूजन-अर्चना कर बच्चों को बल और बुध्दि देने की प्रार्थना की।मां सरस्वती का पूजन-अर्चना कर प्रसाद वितरित किया गया। मौके पर शिक्षक किरण बँजारे, डागेशवरी वर्मा, भारती वर्मा मंजू वर्मा, शारदा निषाद नमीता वर्मा विजय साहु आदि मौजूद रहे।





