Home Breaking 1 नवंबर से 3217 रुपए की प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की जाये-कांग्रेस

1 नवंबर से 3217 रुपए की प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की जाये-कांग्रेस

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1 नवंबर से 3217 रुपए की प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी की जाये-कांग्रेस<br />
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रायपुर: प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि 1 नवंबर से किसानों से धान खरीदी की जाये। किसानों से धान प्रति एकड़ 21 क्विंटल 3217 रु क्विंटल के दर से खरीदी की जाये। किसानों को बेचे गए धान का भुगतान एक मुश्त प्रति एकड़ 67557 रु किया जाये। भाजपा ने 3100 रुपए प्रति क्विंटल के दर पर धान खरीदी का वादा किया था जिसके बाद केंद्र ने धान के समर्थन मूल्य में 117 रु प्रति क्विंटल बढोत्तरी किया है इसका लाभ किसानों को मिलना चाहिये।प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा ने विधानसभा चुनाव के दौरान वादा किया था कि किसानों को धान बेचने के लिए गांव में ही भुगतान केंद्र खोला जाएगा, धान बेचने के बाद नगद भुगतान पंचायत भवन में होगा। उस दिशा में अब तक कोई काम नहीं हुआ है किसानों को धान बेचने के लिए गांव से दूर जाना पड़ता है। 2023 में 26 लाख से अधिक किसान धान बेचने पंजीयन कराए थे धान खरीदी केन्द्रो में अव्यवस्था के चलते 2 लाख से अधिक किसान धान बेच नहीं पाए थे इस बार शत प्रतिशत किसान धान बेच सके किसी प्रकार की अव्यवस्था न हो इसकी जिम्मेदारी सरकार की है।

ठाकुर ने कहा कि भाजपा सरकार बनने के बाद धान खरीदी केन्द्रो में अव्यवस्था देखी गई है सही समय पर धान के उठाव नहीं होने के कारण पूरे प्रदेश में 1037 करोड़ का 26 लाख क्विंटल से अधिक धान खराब हो गई है सरकार इस बार सुनिश्चित करें कि अन्नदाता की मेहनत खराब ना हो सही समय पर कस्टम मिलिंग हो।प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनजंय सिंह ठाकुर ने कहा कि खरीफ सीजन 2022-2023 में धान खरीदी 1 नवंबर से शुरू हुई 2023-2024 में भी छत्तीसगढ़ मे धान खरीदी 1 नवंबर से शुरू हुई इस वर्ष भी ज्यादातर क्षेत्रों में हरहुना धान बोया गया है जिसकी कटाई शुरू हो गई है लेकिन भाजपा की सरकार 1 नवंबर से धान खरीदी करने से पीछे हट रही है। अब तक न धान खरीदी के लिये राशि जुटा पायी है न समुचित मात्रा में बारदाने की व्यवस्था है न परिवहन के टेंडर हो पाये है। भाजपा सरकार की बदनीयति से किसान परेशान है, यह सरकार धान खरीदी में व्यवधान उत्पन्न करके अपने दायित्वो से भाग रही है।

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