केंद्रीय कृषि मंत्री बनने के बाद पहली बार पहुंचे खातेगांव, जनता ने किया उनका अभिनंदन तो उन्होंने भी जनता के बीच पहुंचकर उनके अभिवादन को प्रेम पूर्वक स्वीकार.
अनिल उपाध्याय खातेगांव/देवास : मध्यप्रदेश केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्री बनने के बाद पहली बार विदिशा लोकसभा के क्षेत्र की देवास जिले की खातेगांव विधानसभा पहुंचे।इस दौरान सड़क मार्ग से होते हुए मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रोड शो के माध्यम से खातेगांव में प्रेवश किया और प्रचंड महुमत से जीत दिलाने पर क्षेत्र की आम जनता का आभार प्रकट करते नजर आए, जहा जगह जगह मंच लगाकर आम जनता,किसानों ने पुष्प वर्षा करते हुए मामा जी जिंदाबाद के नारे लगाते नजर आए। खातेगांव के प्रमुख मार्गो व चौराहा से होते हुए शिवराज का काफिला खातेगांव के डाक बगला मैदान पहुंचा। जहा मंत्री शिवराज सिंह चौहान जनसभा को भी संबोधित किया। इस दौरान लखपति बहना किसान,अतिथि शिक्षक, क्षेत्र में किसानों के लिए जल परियोजना की चर्चा मंच पर विशेष रूप से शिवराज सिंह चौहान ने अपने संबोधन में कहीं उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर लेट पहुंचने पर, उपस्थित जन समुदाय से हाथ जोड़कर माफी मांगी, आप मेरा इंतजार दोपहर 1:00 से कर रहे हैं, आप सब की तपस्या को प्रणाम मोदी जी ने मेरा कार्य क्षेत्र बढ़ा दिया है, पर मेरी विदिशा संसदीय क्षेत्र की जनता जिन्होंने मुझे अपार प्रेम और स्नेह देखकर मुझे रिकार्ड मतों से यहां जीत दिलाई है मैं आप सबके बीच आता रहूंगा,मंच पर भाजपा संगठन की ओर से जिला अध्यक्ष राजीव खंडेलवाल विधायक आशीष शर्मा मंडल अध्यक्ष कचरू पटेल नगर पंचायत अध्यक्ष सारिका नरेंद्र चौधरी, प्रतिनिधि नरेंद्र चौधरी ने सर्वप्रथम साफा बांधकर मां नर्मदा का चित्र भेटकर उनका सम्मान किया। अपने चित परिचित अंदाज में कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंच से संबोधित करते हुए कहा मैं जनता का पुजारी जनता मेरी भगवान किसानों के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि खाद्य तेलों के आयात शुल्क को बढ़ाकर 20% किया गया है. अन्य उपकरणों को जोड़ने पर कुल प्रभावी शुल्क 27.5% कर दिया गया है. रिफाइंड तेल पर मूल शुल्क बढ़ाकर 32.5% कर दिया गया है. इस निर्णय से सोयाबीन, सूरजमुखी और मूंगफली उत्पादक किसानों को आर्थिक लाभ होगा…
किसानों के हित में केन्द्र सरकार महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं खाद्य तेलों के आयात शुल्क को बढ़ाकर 20% किया गया, अन्य उपकरणों को जोड़ने पर कुल प्रभावी शुल्क 27.5% रिफाइंड तेल पर मूल शुल्क बढ़ाकर 32.5% किया गया। इससे सोयाबीन, सूरजमुखी और मूंगफली उत्पादक किसानों को होगा आर्थिक लाभ, प्याज पर निर्यात शुल्क 40% था, जिसे घटाकर 20% किया गया, इस निर्णय से प्याज उत्पादक किसानों को ठीक दाम मिलेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 61 फसलों की 109 किस्मों में 34 क्षेत्रीय फसलें और 27 बागवानी फसलों की नई किस्में किसानों को समर्पित की हैं। जिससे कृषि उत्पादकता में वृद्धि होगी। बासमती चावल पर भी मिनिमम एक्सपोर्ट प्राइस समाप्त करने का निर्णय लिया गया, जिससे बासमती चावल के उत्पादक किसान इनका निर्यात करके और ज्यादा मुनाफा हासिल कर पाएंगे। चौहान ने तुअर, उड़द और मसूर उत्पादक किसानों के लिए 100% खरीद का आश्वासन दिया है। साल 2025-26 तक दलहनी फसलों के क्षेत्र विस्तार और उत्पादकता में सुधार का लक्ष्य रखा है और साल 2027-28 तक आत्मनिर्भरता का लक्ष्य तय किया गया है।।