रायपुर: प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार मंदिरों की जांच के पहले खाद्य सामग्री निर्माता कंपनियों की जांच कराये। खाद्य विभाग के लापरवाही के चलते मंदिर से लेकर रसोई तक नकली और मिलावटी खाद्य सामग्री पहुंच रही है। मंदिरों में मिलने वाले प्रसाद में मिलावट के कारण लोगों की भावना और आस्था पर चोट पहुंच रहा है। लोगों के रसोई में मिलावटी और नकली खाद्य सामग्री के कारण आम लोगों के स्वास्थ्य पर इसका दुष्प्रभाव दिख रहा है।प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि पूरे बाजार में नकली और मिलावटी घी, तेल, हल्दी, मिर्च, मसाला सहित रोजमर्रा के उपयोग में आने वाले सभी वस्तुओं में मिलावट देखा गया है। जिसे रोकने में खाद्य विभाग, औषधि विभाग अब तक नाकाम साबित हुई है। खाद्य विभाग और सरकार के संरक्षण में ही खाद्य सामग्री बनाने वाले कंपनियां बेरोकटोक इस प्रकार से उत्पाद को बना रही है और जनता सस्ते में मिलने के कारण इन उत्पादों को खरीद रही है। सरकार अपनी दायित्व का निर्वहन नही कर पा रही है और सिर्फ खानापूर्ति के लिए मंदिरों की जांच की बात कर रही है।प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार खाद्य विभाग से पूछे कि उन्होंने कितने खाद्य सामग्रियों का सैंपल लिया है? जांच किया है और कार्यवाही कर उसे रोका है? कोई भी मंदिर अपनी संस्थान में घी, तेल और अन्य खाद्य सामग्रियों का निर्माण नहीं करता है बल्कि वह बाजार से ही खरीद कर उपयोग करता है। ऐसे में इस प्रकार से नकली और मिलावटी खाद्य सामग्री के लिए खाद्य निर्माता कंपनी जिम्मेदार है, जिसको रोकने की जिम्मेदारी राज्य सरकार के खाद्य विभाग के ऊपर में है।प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि खाद्य विभाग सिर्फ त्योहारों में नकली मेवा, नकली घी और नकली मिठाइयों के खिलाफ कार्यवाही करके खाना पूर्ति करते रही है और अपनी जेब भरते रही है। राज्य सरकार तत्काल इस दिशा में कठोर कदम उठाये नकली खाद्य सामग्री बनाने वालों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें।