शासकीय स्कूलों में स्मार्ट पढ़ाई को बढ़ावा देने स्कूलों में तैयार किये एलईडी टीवी युक्त डिजिटल क्लास रूम
रायपुर : जिले के तिल्दा विकासखंड के शासकीय स्कूलों में शाला प्रवेशोत्सव के अवसर पर अदाणी फाउंडेशन द्वारा 3000 बच्चों को स्कूल बैग एवं स्कूलों के अनुरोध पर शिक्षण सामग्री सहित 300 कुर्सियां व बेंच, स्पोर्ट्स किट इत्यादि का वितरण किया। वहीं क्षेत्र में बच्चों को स्मार्ट पढ़ाई कराने का जिम्मा भी अदाणी फाउंडेशन ने उठाया है।
जिसके तहत पास के 10 गांवों रायखेड़ा, भाटापारा, गैतरा, चिचोली, गौरखेड़ा, मुरा, ताराशिव, कोनारी, खम्हरिया एवं छतौद के उच्चतर और माध्यमिक और प्राथमिक स्कूलों में स्कूलों में 15 एलसीडी टीवी सहित स्मार्ट डिजिटल क्लास का पूरा सेटअप तैयार कराया है। अदाणी पावर लिमिटेड रायपुर के गुणवत्ता पूर्ण और स्मार्ट शिक्षा सरोकारों के तहत अदाणी फाउंडेशन द्वारा उत्थान कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। इसका उद्देश्य नए शिक्षा सत्र में बच्चों का दिल से स्वागत एवं आह्वान कर बच्चे को नए शिक्षा सत्र में नई ऊर्जा और उत्साह के साथ नई कक्षा में नए विषय और तकनीक के साथ नई ऊंचाइयों की ओर अग्रसर होकर सुनहरा भविष्य गढ़ने में अग्रसर करना है।इस अवसर पर मनीष वर्मा सरपंच ग्राम ताराशिव, पुनीत राम साहू सरपंच ग्राम गौरखेड़ा, श्रीमती नूतन ध्रुव सरपंच ग्राम मुरा, पंचगण, जनपद सदस्य कंचन गायकवाड़, उपसरपंच पुष्पा साहू उपस्थित थे। वहीं अदाणी फाउंडेशन रायखेड़ा के कार्यक्रम प्रबंधक दीपक कुमार सिंह, शैक्षिक कार्यक्रम संचालक प्रीति प्रजापति, सृष्टि रविंद्र, सिक्योरिटी हेड राजकुमार मंडल, शैक्षिक कार्यकर्ता मौजूद थे।
स्कूलों को स्मार्ट पढ़ाई के लिए आवश्यक सामान उपलब्ध कराए जाने पर जहां एक ओर स्कूल प्रबंधन ने अदाणी फाउंडेशन के प्रति अपनी खुशी जाहीर की है तो वहीं ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने शिक्षा के इन संशाधनों को बच्चों के सर्वांगीण विकास में बड़ी भूमिका निभाने वाला बताया और इसके लिए अदाणी फाउंडेशन को धन्यवाद देकर आभार प्रकट किया।अदाणी पावर लिमिटेड रायपुर द्वारा सामुदायिक सहभागिता को ध्यान में रखते हुए संयत्र के नजदीक से लगे ग्रामों में शिक्षा ,स्वास्थ्य ,आधारभूत संरचना और आजीविका उन्नयन के क्षेत्र में सुधार के लिए निरंतर प्रयास करता है। जिसमे शिक्षा के अंतर्गत नवोदय कोचिंग, नोनी लारी (नि:शुल्क बस सेवा कॉलेज जाने वाली बालिकाओं के लिए) निरंतर प्रदान कराता है जिससे आज तक सैकड़ों बालिकाएँ लाभान्वित हो चुकी हैं। विद्यालयों में अधोसंरचना विकास , बाला पेंटिंग, समर कैंप, ई-लर्निंग इत्यादि के माध्यम से बुनियादी शिक्षा में सुधार से बच्चों के भविष्य को संवारने का लगातार प्रयास किया जा रहा है।