रायपुर : राजधानी स्थित विधानसभा भवन के पीछे स्थित वन क्षेत्र में चंदन के पेड़ काटने तथा उनकी तस्करी करने का मामला सामने आया है. इससे वन विभाग को डेढ करोड से अधिक की आर्थिक क्षति होने का अनुमान है.
मामले का खुलासा तब हुआ जब वन विभाग के चौकीदार ने वन क्षेत्र का भ्रमण किया जोकि चार से पांच एकड में फैला हुआ है. लकड़ी तस्कर रात के अंधेरे में बाउंड्रीवाल पार कर वन क्षेत्र में घुसे तथा आरी से पेडों को काट डाला. कम से कम 25—30 पेड़ों की कटाई की गई है जिसके एक पेड़ की कीमत 5 से 6 लाख बताई जाती है.
इस मामले में विभागीय अधिकारी कुछ भी बोलने से बच रहे हैं लेकिन विधानसभा भवन के ठीक पीछे सफेद चंदन की तस्करी और अवैध कटाई का मामला बेहद गंभीर है. हमारे संवाददाता ने इलाके का दौरा किया तो मालूम चला कि चंदन लकड़ी माफिया ने एक फुट के अंतराल में पेडों को काटकर उसकी तस्करी की. एक पेड़ की लम्बाई एक से सवा फुट के बीच की है. पेड़ों की कटाई के बाद वन विभाग ने उसे मार्किंग्र जरूर किया है लेकिन आरोपी नही पकड़े जा सके हैं.
यह इलाका विधानसभा थाना के जाने वाले रास्ते पर है साथ ही विधानसभा भवन के पास स्थित है. तस्करों ने आरा मशीन से काटकर पेड़ों की कटाई की है. 25—30 पेड़ों की कटाई की गई है. एक पेड़ की कीमत 5 से 6 लाख बताई जाती है. इस मामले में कई सवाल उठ रहे हैं. जैसे कि पॉश इलाके में चंदन तस्कर कैसे सक्रिय हुए. पेड़ों की कटाई एक दिन में तो नही हुई होगी, ऐसे में उन्हें भनक क्यों नही लगी. इसी तरह 25 से 30 पेड काटे गए हैं जिसमें अनुभाग अधिकारी और वन कर्मियों के लिप्त होने की जानकारी मिल रही है. चंदन की लकड़ी का उपयोग, मूर्तियां बनाने मे,ं हवन सामग्री, सुगंधित वस्तुएं इत्यादि बनाने में किया जाता है. यइ पूरा इलाका 10 चार से पाच एकड़ में फैला है.
देखना होगा कि मामले के खुलासे के बाद विभागीय अधिकारी क्या कदम उठाते हैं. इस इलाके में अधिकारियों का आना जाना भी लगा रहता है लेकिन किसी भी अधिकारी के संज्ञान में नही आया है. इसके अलावा इमारती लकड़ियां भी काटी गई हैं. वन विभाग के अधिकारी आंखें बंद किए बैठे हैं. हालांकि इतना बड़ा मामला विभागीय कर्मियों या अधिकारियों की संलिप्तत के बगैर असंभव है.
तीर्थराज साहू रेंजर वन प्रशिक्षण केंद्र ने बताया कि सफेद चंदन की तस्करी का मामला सामने आया है. पुलिस को सूचना दी गई है तथा चौकीदारों से पूछताछ की जा रही है. घटना रात में हुई है जिससे यह नजर नही आ पाया लेकिन अब जांच की जा रही है. दोषियों को जल्द ही पकड़ लिया जाएगा।