स्कूल खुलने के पहले मरम्मत कामों को करें पूर्ण : कलेक्टर
जन सहभागिता से तालाब गहरीकरण के लिए चलेगा अभियान
जल जीवन मिशन के कामों को गुणवत्ता के साथ पूरा करने दिए निर्देश
काम में देरी करने वाले ठेकेदारों पर होगी कार्रवाई
बिलासपुर : कलेक्टर अवनीश शरण ने आज पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग और जल जीवन मिशन के काम-काज की बारीकी से समीक्षा की। ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं में धीमी प्रगति पर गहरी नाराजगी जाहिर की। कलेक्टर ने स्कूल खुलने के पहले 15 जून से पूर्व स्कूल भवनों के मरम्मत कार्य अनिवार्य रूप से पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कलेक्टर ने जन सहभागिता से गांवों में निस्तार के लिए तालाब गहरीकरण का कार्य अभियान चलाकर करने कहा। बिगड़े हैंडपंपों के मरम्मत का कार्य भी प्राथमिकता से करने कहा। बैठक में नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार, सीइओ जिला पंचायत आर पी चौहान, सभी एसडीएम और विभागीय अधिकारी मौजूद थे। जिला कार्यालय के मंथन सभाकक्ष में कलेक्टर ने सबसे पहले पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के कामों में प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में आवास निर्माण के कामों को बारिश के पहले प्लिंथ लेवल तक पूरा करने के निर्देश दिए। शुरू हो चुके सभी कामों को पूरी गुणवत्ता के साथ पूरा करने कहा। तालाब गहरीकरण के ऐसे काम जो शुरू हो चुके है उन्हे बारिश के पहले हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए। एनआरएलएम के तहत 30 जून तक शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल करने के निर्देश दिए। समूह की दीदीयों को अधिक से अधिक आजीविका गतिविधियों से जोड़ने कहा ताकि उनकी आमदनी बढ़ सके। बैंक में किसी भी स्थिति में प्रकरण लंबित न रहे।
जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा -कलेक्टर ने जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि चिन्हित सभी ग्रामों में पेयजल उपलब्ध कराने किए जा रहे कार्यो को समय-सीमा मेें पूरी गुणवत्ता से पूरा किया जाए। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जिन ठेकेदारों द्वारा कार्यो में रूचि नहीं ली जा रही है, कामों को लटकाया जा रहा है। ऐसे ठेकेदारों पर कार्रवाई करें। कलेक्टर ने कहा कि हर घर नल कनेक्शन देने के काम में तेजी लाएं। जहां कार्य पूरे हो चुके है वहां नलों से जल की आपूर्ति हो रही है कि नहीं इसका भी निरीक्षण जरूर करें। सभी एसडीएम को जल जीवन मिशन के कार्यों की सतत निगरानी करने कहा। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन के कार्यो में गुणवत्ता होनी चाहिए और लोगों के घरों में समय पर पानी पहुंचना चाहिए।
कार्यपालन अभियंता को निर्देश दिए की जल जीवन मिशन के कार्यो की सतत समीक्षा करें और कार्य में आ रही बाधाओं को दूर करें। ऐसे गांव जिनमें 90 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है उन्हें पहले सेच्युरेट किया जाए। बैठक में बताया गया कि 668 गांवों में जल जीवन मिशन का काम किया जाना है। इनमें से 33 गांवों में शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल कर लिया गया है। 153 गांवों में 90 प्रतिशत से अधिक कार्य पूरा कर लिया गया है।