हिरमी – रावन : चैत्र नवरात्र की नवमी तिथि पर बुधवार को देवी भक्तों ने हवन-पूजन कर नौ दिन तक चले अनुष्ठान की पूर्णाहुति की। मां सिद्धिदात्री से सुख, समृद्धि की कामना की। मंदिरों तथा घरों में हवन-पूजन का क्रम सुबह से देर रात तक चलता रहा। “गायत्री प्रज्ञा पीठ हिरमी में नवमी के दिन गायत्री महायज्ञ की पूर्णाहुति की गई। इस दौरान लोगों ने महायज्ञ में आहुति डाली। परिव्राजक श्याम सुंदर ने लोगों को राम के आदर्शों पर चलने के लिए प्रेरित किया” “कुंडों में अग्नि प्रज्ज्वलित कराकर 24 बार गायत्री महामंत्र, 5 बार महामृत्युंजय महामंत्र, 3 बार सूर्य गायत्री महामंत्र एवं 3 बार महाकाल मंत्र से तीन पालियों में आहुति अग्निहोत कराया। सभी के मंगलमय जीवन की कामना की गयी”सुबह से ही हिरमी और आसपास के दुर्गा मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी।
लोगों ने देवी मां का पूजन-अर्चन कर मंगलकामना की। मां दुर्गा के जयकारे तथा घंटा-घड़ियाल व शंख ध्वनि के बीच सुबह से ही माहौल भक्तिमय बना रहा। महामाया, शीतला माता मंदिर ,गायत्री मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। महिला श्रद्धालुओं ने हवन पूजन कर मंदिर परिसर में ही प्रसाद बनाकर मां को अर्पित किया तथा कन्याओं को भोजन कराया। जिन घरों में कलश स्थापित किया गया था वहां विधिवत पूजन-अर्चन कर हवन किया गया। गायत्री मंदिर में सामूहिक हवन का आयोजन किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में महिलाएं पुरुष शामिल हुए। लोगों ने विश्व कल्याण की कामना की।