रायपुर: छत्तीसगढ़ में रायपुर के पास स्थित अल्ट्राटेक सीमेंट की इंटीग्रेटेड मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट बैकुंठ सीमेंट वर्क्स ने नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट (नाबार्ड) और ग्राम पंचायत बहेसर के सहयोग से यूनिट के पास बहेसर गांव में एक हाट (ग्रामीण बाजार) को पुनर्जीवित किया है । इस हाट ने न सिर्फ छोटे किसानों को उनकी उपज सीधे ग्रामीणों को उचित दामों पर बेचने में मदद की, बल्कि बिचौलियों कि आवश्यकता को कम कर ग्रामीणों को स्थायी आजीविका प्राप्त करने में मदद किया ।
भारत सरकार के कृषि, सहकारिता और किसान कल्याण विभाग ने ‘एग्रीकल्चर मार्केटिंग एंड रोल ऑफ वीकली ग्रामीण हाट’ पर स्थायी कृषि समिति (2018-2019) की 62वीं रिपोर्ट में कहा था कि, ग्रामीण क्षेत्रों में हाट किसानों को अपना टोटल मार्केटेबल सरप्लस का 90% बेचने के लिए एक फर्स्ट मीटिंग पॉइंट के रूप में काम करती हैं। ग्रामीण अंचलों में ये बाजार गावों के केन्द्र में स्थित होता है, गांव के केंद्र में बाज़ार के होने से किसानों को बाजारों में कृषि उपज लाने में न केवल परिवहन के लागत में कमी, बल्कि किसानों का अन्य अतिरिक्त नुकसान भी कम हो जाता हैं। इन्ही फायदों को देखते हुए, यदि हाटों में विकासकार्य हो तो यह किसानों को अपनी उपज बेचने के लिए एक बेहतर वैकल्पिक मंच हो सकते हैं।ग्रामीणों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए ग्राम पंचायत बहेसर में ग्रामीण हाट को केंद्र में रखा गया है । ग्राम पंचायत बहेसर में कोविड के बाद सभी प्रकार के जन-समागम निष्क्रिय हो गए जिसका प्रभाव ग्रामीण हाट पर भी हुआ, हाट परिसर में लोगों का आना जाना कम हो गया । व्यवस्थाओं में कमी थी और पूरा हाट कच्चा हुआ करता था, हाट में इंफ्रास्ट्रक्चर की कमी थी। स्थानीय किसान उपज बेचने के लिए इन गांवों में घर-घर घूमते थे।
बहुत कम शेल्फ लाइफ वाले फल – सब्जियां, ताजी उपज, किसानों को अक्सर बिचौलियों को औने-पौने दामों में बेचने के लिए मजबूर होना पड़ता था।हाट को पुनर्जीवित करने और किसानों की मदद करने के प्रयास में, बैकुंठ सीमेंट वर्क्स की टीम, नाबार्ड रायपुर और ग्राम पंचायत बहेसर के सहयोग से, हाट की मरम्मत करने के कार्य, कार्ययोजना बना कर पूरा किया। कार्ययोजना के तहत विक्रेताओं और किसानों के लिए शेड लगाए गए, फर्श को पक्का किया गया और ग्राहकों के लिए पैदल मार्ग बनाकर सुविधाओं को सुदृढ़ बनाया गया।
टीम ने एक समर्पित महिला शौचालय बनाने के साथ-साथ पंचायत द्वारा सीसीटीवी निगरानी प्रणाली स्थापित करके हाट को और अधिक महिलाओं के अनुकूल बनाया। इस हाट को 2023 में चालू किया गया, और आज के दिन इस हाट से 80 से अधिक स्थानीय किसान अपनी उपज ग्रामीणों को बेच सकते हैं। इसके परिणामस्वरूप किसानों को प्रति माह 5,000 से 10,000 रूपये के बीच अतिरिक्त आय हो रही है, जिससे उन्हें आजीविका का एक विश्वसनीय स्रोत मिल रहा है।अल्ट्राटेक, आदित्य बिड़ला सेंटर फॉर कम्युनिटी इनिशिएटिव्स एंड रूरल डेवलपमेंट के तत्वावधान में सामाजिक पहल करता है, जिसकी अध्यक्ष श्रीमती राजश्री बिड़ला हैं। भारत के 16 राज्यों में स्थित 500 से अधिक गांवों में 1.6 लाख से अधिक लाभार्थियों को सेवाएँ पहुँचाने वाली अल्ट्राटेक के सीएसआर गोल्स शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाएँ, सस्टेनेबल लाइवलीहुड, कम्युनिटी इन्फ्रास्ट्रक्चर और सोशल कॉज़ पर केंद्रित हैं।