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विचारो की शुद्धि से पर्यावरण शुद्धि पर कार्यक्रम आयोजित,राजस्थान से पधारे इंजीनियर ब्रह्मा कुमार ने बताया कि हमारे विचारों का प्रभाव पूरे विश्व पर पड़ता

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तिल्दा नेवरा : इको क्लब के तत्वावधान में स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम विद्यालय रायखेड़ा में विचारों की शुद्धि से पर्यावरण शुद्धि विषय पर आयोजित सेमिनार के प्रमुख वक्ता माउंट आबू राजस्थान से पधारे इंजीनियर ब्रह्मा कुमार हरिहर मुखर्जी भाई ने बताया कि हमारे विचारों का प्रभाव पूरे विश्व पर पड़ता है इसलिए हमेशा हमें सकारात्मक सोच रखना चाहिए ।अगर हम सद्गुणों से भरपूर होंगे तो पर्यावरण पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।हमारे मन की शुद्धिकरण अर्थात सकारात्मक शक्तियों को अर्जित करने के लिए मेडिटेशन एक सशक्त माध्यम है ।खगोल विज्ञान के आधार पर उन्होने आगे बताया कि पृथ्वी की गति तीन प्रकार की होती है पहली पृथ्वी अपने अक्ष पर घूमती है जिससे 24 घंटे का दिन और रात बनता है । दूसरी पृथ्वी सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाती है जिससे वर्ष के 365 दिन बनते हैं। तीसरी पृथ्वी 90 अंश का कोण बनाते हुए अलग-अलग घूमती है ।जिससे चार युग सतयुग, त्रेतायुग ,द्वापर युग और कलयुग बनते हैं। प्रत्येक युग 1250 वर्ष के होते हैं। इस प्रकार कुल 5000 वर्ष का एक कल्प बनता है। सृष्टि चक्र 5000 वर्ष में पूरा होता है ।आगे उन्होंने बताया कि अपने को शरीर ना समझ कर आत्मा समझे तब सर्वशक्तिमान परमात्मा से शक्तियां प्राप्त कर सकते हैं। अपने आप को न केवल शारीरिक मानसिक रोगों से बचा सकते हैं, बल्कि एकाग्रता की शक्ति भी बढ़ती है। इससे विचार, वाणी एवं कर्म सकारात्मक हो जाते हैं। इस प्रकार संपूर्ण मानव जाति के विचारों का शुद्धिकरण होने से संपूर्ण पृथ्वी पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है ।मनुष्य के सकारात्मक विचारों से प्रकृति के पांचो तत्वों का भी शुद्धिकरण हो जाएगा अर्थात मानव सतोगुणी बन जाएगा।

जिससे विश्व का पर्यावरण भी शुद्ध होकर सतयुगी बन जाएगा ।प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय शांति सरोवर की मुख्य राजयोग शिक्षिका ब्रह्माकुमारी किरण बहन ने बताया की मेडिटेशन द्वारा हम अपने समस्त बुराइयों जैसे धूम्रपान, मद्यपान, भय , डिप्रेशन से मुक्ति पा सकते हैं ।अपने नकारात्मक विचारों को सकारात्मक विचारों से प्रतिस्थापित कर सकते हैं। दैवीय गुणों से भरपूर देवता तुल्य बन सकते हैं ।तभी हमारा भारत विश्व गुरु कहलायेगा ।कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी संस्थान खरोरा की राजयोग शिक्षिका सावित्री बहन दिव्य ज्योति बहन ,जितेंद्र वर्मा व्याख्याता, ज्योति कश्यप, स्मृति डबड़घाव ,सरिता वर्मा, मोती सिंह ध्रुव,नीलम वर्मा ,अनु वर्मा ,दिव्या वर्मा सहित छात्र-छात्राएं एवं शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित भी उपस्थित थे।

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