हिरमी – रावन : ज्ञानोदय विद्यालय के पास प्रजापिता ब्रह्मकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय हिरमी में महाशिवरात्रि का पर्व मनाया गया। शिव बाबा का ध्वज फहराया गया और ध्वज का महत्व भी बताया गया। हिरमी केंद्र की संचालिका ब्रह्मकुमारी नमिता बहन ने प्रवचन किए और साधकों को महाशिवरात्रि के महत्व से परिचित करवाया।शुक्रवार को प्रजापिता ब्रम्हाकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय हिरमी पर आयोजित महाशिवरात्रि कार्यक्रम में ब्रह्मकुमारी नमिता बहन ने महाशिवरात्रि का रहस्य बताया। नमिता बहन ने कहा कि महाशिवरात्रि का पर्व परमपिता परमात्मा शिव के कलियुग के अंत और सतयुग के आदि से पूर्व वर्तमान संगमयुग पर किए गए दिव्य एवं आलौकिक कर्मों का यादगार पर्व है। सृष्टि चक्र के अविनाशी ड्रामानुसार जब चारों ओर अधर्म, पापाचार, भ्रष्टाचार, अनाचार, कदाचार का तांडव नृत्य होने लगता है, प्रत्येक मनुष्य आत्मा पतित एवं विकारी बन जाती है तो परमात्मा शिव परमधाम से इस साकार लोक में अवतरित होकर ईश्वरीय ज्ञान और सहज राजयोग की शिक्षा देकर इस सृष्टि का पूर्ण परिवर्तन करा देते हैं। परमात्मा शिव को इस सृष्टि पर अवतरित हुए 88 वर्ष हो चुके हैं। वे सृष्टि के आदि-मध्य-अंत का रहस्य, कर्मों की गुह्य गति, कल्पवृक्ष, तीन लोक इत्यादि अध्यात्मिक सत्यों का उद्घाटन कर रहे हैं। इसलिए वे शिव भक्तगण परमात्मा शिव द्वारा दिए जा रहे ईश्वरीय ज्ञान से अपनी आत्मा में व्याप्त अज्ञानता और विकारों के अंधकार को सदा-सदा के लिए मिटा दो। भोलेनाथ आशुतोष भगवान शिव अमरभव का वरदान दे रहे हैं, इससे जन्म जन्मान्तर के लिए अपने जीवन का श्रृंगार कर लो। कहीं ऐसा ना हो, परमात्मा शिव अपना दिव्य-आलौकिक कर्म करके वापस चले जाएं और आपकी परमात्मा मिलन की आस अधूरी रह जाए। याद रखें अभी नहीं तो कभी नहीं..।
महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर बधवा तालाब, दुधाधारी बाडा, मेडरा तालाब, तक्निशियन कालोनी, टेहका तालाब, प्रोजेक्ट कालोनी, गायत्री मंदिर परिसर शिव मंदिरों में हवन पूजन कर जल अभिषेक किया गया ! वैभव त्रिपाठी ग्रामीण विकास अधिकारी , अल्ट्राटेक सीमेंट ,आशुतोष खरे जी अधिकारी, ग्रामीण विकास अल्ट्राटेक ,पी आर वर्मा जी प्राचार्य ज्ञानोदय, .डॉ अयाज़ अहमद फारूकी अध्यक्ष, जिला कांग्रेस कमेटी , प्रेमलाल सिन्हा अध्यक्ष, सिन्हा समाज, मुनीराम वर्मा भूतपूर्व शिक्षक और समाजसेवक, ओमप्रकाश करसायल, भूतपूर्व जनपद सदस्य , दिलेश्वर मढ़रिया, अशोक सिन्हा, शिक्षक, सुरेश वर्मा राज ट्रेडर्स, रावन वालेऔर संस्था से जुड़े भाई बहनें जो कि हिरमी, रावन, मोहरा, टोहड़ा, पड़कीडीह आदि ग्रामों से आए हुए दे।