समय पर स्कूल नहीं आने वाले शिक्षकों पर करें सख्त कार्रवाई कलेक्टर कार्तिकेया गोयल
अनाधिकृत रूप से उपस्थित शिक्षकों का काटे वेतन कलेक्टर ने कहा शत-प्रतिशत बच्चों के बनवाएं जाति प्रमाण-पत्र
कलेक्टर ने ली स्कूल शिक्षा विभाग की ली मैराथन समीक्षा बैठक, शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के दिए निर्देश
रायगढ़: बच्चे हमारे देश का भविष्य है, जिसकी नींव मजबूत करने की जिम्मेदारी शिक्षा विभाग की है। तो सब मिलकर ऐसा प्रयास करें कि स्कूल में पढऩे वाले सभी बच्चे पढ़ाई के क्षेत्र में आगे बढ़कर अपना उज्ज्वल भविष्य गढ़ें। उक्त बातें कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने स्कूल शिक्षा विभाग की बैठक में कही। इस मौके पर सीईओ जिला पंचायत जितेन्द्र यादव, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती ऋषा ठाकुर भी उपस्थित रही।
कलेक्टर गोयल ने आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में स्कूल शिक्षा विभाग की बैठक लेकर काम-काज की विस्तार से समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा कि पालक बड़ी उम्मीदों के साथ अपने बच्चों को स्कूल भेजते हैं। यह हमारी महती जिम्मेदारी है कि हम उनके सपनों को साकार करने स्कूलों में अपना शत-प्रतिशत दें। बच्चों में बहुत प्रतिभा होती है, जरूरत केवल उन्हें सही मार्गदर्शन देने की है। स्कूलों का वातावरण अच्छा होना चाहिए। कलेक्टर श्री गोयल ने डीईओ को समय पर स्कूल नहीं आने वाले शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। साथ ही अनाधिकृत रूप से स्कूल नहीं वाले एवं बिना बताए स्कूल से गायब रहने वाले शिक्षकों का उस दिन के वेतन में कटौती करने एवं वेतन वृद्धि पर रोक लगाने के निर्देश दिए। आगामी माह में स्कूलों में बोर्ड परीक्षा होने वाली है, जिसको ध्यान में रखते हुए परीक्षा का सफल संचालन करवायें। गोयल ने स्कूली बच्चों के जाति प्रमाण पत्र के कार्य को सर्वोच्च प्राथमिकता से करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बच्चों को विभिन्न कार्यो जैसे आवेदन भरने, छात्रवृत्ति आदि के लिए जाति प्रमाण-पत्र की जरूरत होती है। इसके अभाव में उनके कार्य रूकने नहीं चाहिए। कलेक्टर ने मेनू के अनुरूप बच्चों को गरम भोजन देने पर जोर दिया। बच्चों को पोषणयुक्त भोजन प्रदान करना हमारी प्राथमिकता है, भोजन की गुणवत्ता में किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाएगा। मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता के संबंध में बच्चों से फीडबैक जरूर लें। गोयल ने छात्रवृत्ति के संबंध में जानकारी ली और कहा कि स्कूल के किसी भी बच्चों का छात्रवृत्ति नहीं रूकना चाहिए।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी बी.बाखला, सहायक संचालक के.के.स्वर्णकार एवं सुश्री तरशिला एक्का, जिला मिशन समन्वयक नरेन्द्र चौधरी, एपीसी आलोक स्वर्णकार, भूनेश्वर पटेल, डीपीओ जे.के.राठौर, साक्षर भारत डी.के.वर्मा सहित शिक्षा विभाग के अन्य स्टॉफ मौजूद रहे।शिक्षक अपने अनुभवों को बच्चों के व्यक्तित्व विकास में करें उपयोग
कलेक्टर गोयल ने शिक्षा विभाग को बच्चों के व्यक्तित्व विकास के लिए व्यक्तिगत रुचि लेकर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने बच्चों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करने हेतु कहा। उन्होंने बच्चों को कैरियर मार्गदर्शन देने एवं काउंसिलिंग प्रदान करने की बात कही। जिससे बच्चे अपने भविष्य के प्रति सजग हो। उन्होंने कहा की सभी शिक्षक अपने अनुभवों को बच्चों के विकास में उपयोग करें।आरटीई के तहत शत-प्रतिशत बच्चों का हो दाखिला
गोयल ने शिक्षा विभाग की बैठक में आरटीई की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि स्कूल शिक्षा विभाग ने शिक्षा का अधिकार अधिनियम आरटीई अंतर्गत स्कूलों में प्रवेश के संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने डीईओ को निर्देश जारी किए गए हैं। जिसके तहत आगामी सत्र में नियमानुसार सीट के आधार पर गरीब परिवारों के बच्चों का स्कूलों में शत-प्रतिशत दाखिल सुनिश्चित करायें।सीएसी सतत रूप से करें स्कूलों का निरीक्षण
गोयल ने बैठक में उपस्थित सभी संकूल शैक्षिक समन्वयकों को स्कूलों का नियमित निरीक्षण करने एवं आगामी दो माह का दौरा रिपोर्ट बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जिस स्कूल में जाये वहां क्या कमियां है, वहां के शिक्षकों की नियमित उपस्थिति वगैरह की जानकारी टीप में लिखें। उन्होंने कहा कि वे स्वयं स्कूलों का दौरा करेंगे और पंजी देखेंगे। खानापूर्ति पाये जाने पर संबंधित के ऊपर कार्यवाही होगी।