रायपुर : वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवानी को केंद्र सरकार ने भारतरत्न देने का निर्णय किया है। प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि आडवानी जी को बधाई, शुभकामनाएं। ऐसा लगता है प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रायश्चित स्वरूप लालकृष्ण आडवानी को भारतरत्न देने का निर्णय लिया है। अटल बिहारी बाजपेयी के बाद आडवानी भाजपा की तरफ से प्रधानमंत्री पद के स्वाभाविक दावेदार थे लेकिन नरेन्द्र मोदी ने अपने पूंजीपति मित्रों के धन के बल पर आडवानी की दावेदारी को पीछे धकेल दिया था जिसके कारण आडवानी काफी आहत थे तथा गुरू को धोखा देने के कारण मोदी की आलोचना भी होती रही है। आडवानी जी को श्रीराम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भी जाने से रोक दिया गया था, अब उसी सब के प्रायश्चित स्वरूप उनको भारतरत्न से सम्मानित किया जा रहा है।प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि अभी तक जिन भी महापुरूषों को भारतरत्न दिया गया है आजादी के लड़ाई से लेकर आजादी के बाद देश के नवनिर्माण में उनके योगदान के कारण भारतरत्न दिया गया है, कभी कोई सवाल खड़ा नहीं किया गया। श्रीमती इंदिरा गांधी जी पाकिस्तान के दो टुकड़े करने को लेकर अदम्य बहादुरी का परिचय दिया था इसलिये उनको भारतरत्न दिया गया, स्व. राजीव गांधी जी इस देश में आईटी और नवाचार के कारण भारतरत्न दिया गया। स्व. अटल बिहारी वाजपेयी जी देश में परमाणु संरक्षण और परमाणु विस्फोट के लिये उन्हें भारतरत्न दिया गया। जितने भी महानुभवों को भारतरत्न दिया सबका देश के नवनिर्माण में अभूतपूर्व योगदान रहा है। श्री आडवानी जी को आज भारतरत्न दिया जा रहा है तो केंद्र सरकार को आडवानी जी के द्वारा भारतीय जनता पार्टी के अलावा सार्वजनिक जीवन में किये गये अभूतपूर्व योगदान का भी जनता को बताना चाहिये।