Home Chhattisgarh आदर्श आचार संहिता लागू हुवे एक सप्ताह होने वाला है, किंतु भाजपा...

आदर्श आचार संहिता लागू हुवे एक सप्ताह होने वाला है, किंतु भाजपा – कांग्रेस दोनों अपना घोषणा पत्र जारी क्यों नहीं किए:विनोद पटेल

61
0

रायपुर: अखण्ड लोकतांत्रिक पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद पटेल ने विधानसभा चुनाव छत्तीसगढ़ 2023 जीतने की तैयारी में पांच विधानसभा क्षेत्रों के लिए प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की है। राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद पटेल ने बयान देते हुए कहा कि अखण्ड लोकतांत्रिक पार्टी दूसरे चरण के सभी 70 सीटों में प्रत्याशी उतारेगी और 60 सीटों में पूर्ण बहुमत के साथ अखण्ड लोकतांत्रिक पार्टी ऑटो रिक्शा की सरकार छत्तीसगढ़ में बनाने की पूरी तैयारी है।पार्टी अध्यक्ष विनोद पटेल ने 15 अक्टूबर अभनपुर विधानसभा दौरे के दौरान भाजपा कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि आज छत्तीसगढ़ में आचार संहिता लगे हुए लगभग एक सप्ताह होने वाले हैं, इसके बावजूद भी भाजपा-कांग्रेस ने अभी तक अपने घोषणा पत्र जारी नहीं किए हैं। जो यह दर्शाता है कि अखण्ड लोकतांत्रिक पार्टी का डर कितना है। इसके साथ ही छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार जो छत्तीसगढ़ में 5 वर्ष राज कर चुके हैं बावजूद lइससे पहले अखण्ड लोकतांत्रिक पार्टी ने इस बात की शंका पहले से जाहिर कर दिए थे कि भाजपा कांग्रेस इंटरनल गठबंधन करके अखण्ड लोकतांत्रिक पार्टी को हराने का नाकाम प्रयास करेंगे दूसरे चरण के सभी 70 सीटों में अपने प्रत्याशी उतारेंगे। क्या अखण्ड लोकतांत्रिक पार्टी का शिक्षा में समानता वाला फार्मूला जो चपरासी से लेकर कलेक्टर तक और सरपंच से लेकर विधायक, सांसद, मिनिस्टर, प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति तक के बच्चे 12वीं तक सरकारी स्कूल में पढ़ेंगे, अगर छत्तीसगढ़ में अखण्ड लोकतांत्रिक पार्टी की सरकार आती है तो।

क्या अखण्ड लोकतांत्रिक पार्टी का बेरोजगारी वाला फार्मूला जिसके तहत छत्तीसगढ़ में अखण्ड लोकतांत्रिक पार्टी ऑटो रिक्शा की सरकार बनने पर 5 वर्षों के शासनकाल में 25 वर्षों की बेरोजगारी दूर होगी। जिसके तहत छत्तीसगढ़ के बेरोजगार युवक- युवतियों को जो 8वीं पास है उनको 1 लाख, 10वीं पास को डेढ़ लाख, 12वीं पास को 2 लाख, ग्रेजुएशन पास को 3 लाख और पोस्ट ग्रेजुएशन पास को 4 लाख रुपए प्रदान किया जाएगा।

क्या उक्त दोनों फार्मूला अखण्ड लोकतांत्रिक पार्टी के जीत का नींव बनेगा? क्या जनता उक्त दोनों फार्मूले को स्वीकार करेगी? क्या जनता एक नई पार्टी की छत्तीसगढ़ में सरकार बनाएगी? क्या जनता ऐसे लोभ – लुभावने वादे से प्रभावित होगी? क्या छत्तीसगढ़ की जनता भाजपा- कांग्रेस से ऊब चुकी है? क्या इस विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ के बेरोजगारों की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण रहेगी? क्या अखण्ड लोकतांत्रिक पार्टी के घोषणा पत्र में भी किसान कर्जा माफी, अधिक मूल्य में धान की खरीदी जैसे मुद्दे शामिल होंगे इन मुख्य मुद्दों के दम पर कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ में सरकार बनाई थी।

एजेंडे को भी अखण्ड लोकतांत्रिक पार्टी अपने घोषणा पत्र में शामिल करेगी? यह एक गंभीर विचारणीय विषय है?

अब देखना यह होगा कि अखण्ड लोकतांत्रिक पार्टी छत्तीसगढ़ के दूसरे चरण 17 नवंबर के चुनाव में अपने 70 प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारेगी। जिसके पास कांग्रेस और भाजपा जैसे बड़ी पार्टियों से भी बड़े-बड़े घोषणा शामिल होते दिख रहा है। जिन घोषणाओं के दम पर छत्तीसगढ़ के बेरोजगारों की भी बेरोजगारी दूर हो रही है, साथ ही शिक्षा जो सबसे प्रमुख तत्व है मानव जीवन के लिए, उसको भी समान शिक्षा व्यवस्था लागू करने का फार्मूला तैयार कर चुनाव मैदान में उतर रहे हैं।

अब तक भाजपा और कांग्रेस द्वारा छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए घोषणा पत्र जारी नहीं किया गया है? जबकि 20 सीटों में प्रथम चरण का चुनाव सिर्फ 22 दिन बचा है।

छत्तीसगढ़ की राजनीति में अब तक की स्थिति- परिस्थिति को देखते हुए ऐसा प्रतीत हो रहा है कि बड़ी पार्टियों द्वारा प्रत्याशियों के नाम के घोषणा करने में देरी, घोषणापत्र जारी करने में देरी करना।

क्या सचमुच में अखण्ड लोकतांत्रिक पार्टी ऑटो रिक्शा का डर सता रहा है??

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here