
हिरमी -रावन: पहाड़ों से आ रही बर्फीली हवाओं के कारण मैदानी इलाकों में अचानक ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। पिछले दो दिनों में न्यूनतम तापमान में तेज़ी से गिरावट दर्ज की गई है,जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है l सुबह और शाम के समय ठंड का असर सबसे ज़्यादा महसूस हो रहा है, जिसने लोगों को घरों से बाहर निकलने पर मजबूर कर दिया है।अलाव के पास जुटे लोगठंड से बचने के लिए शहर और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में लोग अलाव का सहारा ले रहे हैंl गली-मोहल्लों, चौराहों और बाज़ारों में जगह-जगह लकड़ी और कबाड़ जलाकर लोग आग तापते हुए दिखाई दिए। दफ्तर जाने वाले और दिहाड़ी मज़दूर खासकर सुबह-सुबह ठंड से राहत पाने के लिए चाय की दुकानों के पास अलाव के इर्द-गिर्द जमा हो रहे हैं। बुज़ुर्गों और बच्चों को विशेष रूप से गर्म रहने की सलाह दी जा रही है।स्थानीय हिरमी निवासी दिलेश्वर मढरिया ने बताया, दो दिन पहले तक मौसम ठीक था, लेकिन अब अचानक इतनी ठंड हो गई है कि बिना आग तापे गुज़ारा नहीं है। हमने आज सुबह जल्दी ही घर के बाहर अलाव जला लिया।गर्म कपड़ों की बढ़ी बिक्री मौसम में इस अचानक बदलाव का असर बाज़ारों पर भी देखने को मिला है। गर्म कपड़ों की दुकानों पर खरीदारों की भीड़ बढ़ गई है। जैकेट, स्वेटर, शॉल और ऊनी टोपी की बिक्री में तेज़ी आई है। कई दुकानदारों ने बताया कि इस बार उम्मीद से पहले ही गर्म कपड़ों की मांग शुरू हो गई है।स्वास्थ्य विभाग ने जारी की सलाह तेज़ी से गिरते तापमान को देखते हुए, स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है। चिकित्सकों का कहना है कि ठंड लगने से सर्दी, खांसी और श्वास संबंधी समस्याओं बच्चों और बुज़ुर्गों को ठंडी हवा से बचने और गुनगुना पानी पीने की सलाह दी गई है।







