
नितिन कुमार जायसवाल तिल्दा नेवरा: राजधानी रायपुर से लगे नगर पालिका तिल्दा नेवरा का रेलवे ओवर ब्रिज से आवागमन करना अब आसान काम नहीं है। सड़क पर उड़ रही धूल से लोगों का चलना मुश्किल हो गया है। ब्रिज पर बने गड्ढे से तो राहगीर पहले ही परेशान हो रहे थे, अब उड़ती धूल का भी सामना करना पड़ रहा है। इस मार्ग से गुजरकर कई विभाग के अधिकारी अपने निवास भी जाते है। फिर भी संबंधित विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। शहर के बीच से लगातार भारी वाहनों के गुजरने से धूल उड़ने लगती है। इस मार्ग पर धूल ही धूल नजर आता है। धूल उड़ने से चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। भारी वाहन के आवाजाही से परेशानी बढ़ जाती है। भारी वाहन के पीछे-पीछे चलने वाले छोटे-छोटे वाहन खासकर कार, बाइक चालकों को ज्यादा परेशानी झेलनी पड़ती है। बाइक चालक को सड़क पर उड़ रही धूल आंखों के सामने ओझल कर देती है। इससे अक्सर दुर्घटना होनी की संभावना बनी रहती है। छोटे वाहन चालकों को दिन में भी लाइट जलाकर चलना पड़ता है।तिल्दा रेलवे ओवर ब्रिज से गुजरकर वाहनों के आने जाने से मिट्टी पिस-पिस कर बारीक हो गई। अब जैसे ही कोई वाहन मार्ग से गुजरता है तो मिट्टी का गुब्बार बन जाता है तथा पूरा वातावरण धूलमय हो जाता है। ऐसे में इस क्षेत्र के रहवासी और कई राहगीर खांसी, एलर्जी एवं दमे से ग्रसित हो रहे हैं।क्या कहते हैं आम लोगनाम ना उल्लेखित करने की शर्त पे नगर के एक युवक ने कहा कि अधिकारियों की उदासीनता के चलते सड़क किनारे स्थित दुकान और राहगीर इन दिनों मार्ग में उड़ने वाली धूल के गुबार से परेशान है। जिससे बीमारी होने का अंदेशा बना रहता है। इसका लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है। साथ ही इस मार्ग पर चलने वाले लोगों के चेहरे व कपड़े भी गंदे हो जाते हैं। संबंधित विभाग को चाहिए की वह जहां-जहां धूल अधिक उड़ती है वहां पर पानी का छिड़काव करें, ताकि लोगों को राहत मिल सके।







