
पंजीकरण लंबित, जमीन जोड़ने में परेशानी और “पेंडिंग ” स्टेटस के कारण किसान परेशान; सरकार से तत्काल समाधान की मांग
तिल्दा नेवरा: क्षेत्र के किसान एग्रो स्टैक में पंजीकरण कराने के बावजूद “अप्रूवल पेंडिंग ” की स्थिति देख रहे हैं। इससे उनकी फसल की बिक्री पर गंभीर संकट उत्पन्न हो रहा है। किसानों का कहना है कि न केवल पंजीकरण कराने में दिक्कतें आ रही हैं, बल्कि जो किसान पंजीकरण करवा भी रहे हैं, उनका स्टेटस भी सिस्टम में “पेंडिंग ” दिखा रहा है। किसानों को यह समस्या तब और गंभीर लग रही है जब एक ही किसान की अलग-अलग गांवों में मौजूद जमीनों को एग्रो स्टैक में जोड़ने में तकनीकी बाधाएँ आ रही हैं। कई किसान बार-बार तहसील कार्यालयों के चक्कर काटने के बावजूद पंजीकरण पूर्ण नहीं कर पा रहे हैं। किसान प्रतिनिधि संदीप वर्मा ने इस अन्याय पर सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों को तकनीकी और प्रशासनिक खामियों के कारण परेशान नहीं करना चाहिए। उन्होंने सरकार से तुरंत कदम उठाने की मांग की है ताकि सभी किसानों का एग्रो स्टैक पंजीकरण समय पर पूरा हो और वे अपने धान की बिक्री कर सकें।किसानों की मुख्य शिकायतें और सुझाव:1. एग्रो स्टैक पंजीकरण प्रक्रिया में तकनीकी खामियों को तुरंत दूर किया जाए।2. जो किसान पहले ही पंजीकरण कर चुके हैं, उनका स्टेटस “पेंडिंग ” समस्या का तुरंत समाधान किया जाए।3. एक ही किसान की अलग-अलग गांवों की जमीनों को जोड़ने की सुविधा उपलब्ध कराई जाए।4. पंजीकरण प्रक्रिया को सरल, समयबद्ध और किसान-मित्र बनाना! 5. किसानों के लिए स्थानीय स्तर पर हेल्पडेस्क या ऑनलाइन सहायता उपलब्ध कराई जाए।






