
रायपुर: राजधानी के डब्ल्यूआरएस कॉलोनी स्थित ऐतिहासिक दशहरा मैदान में विजयादशमी के मौके पर 101 फीट ऊंचा लंकेश का पुतला लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र होगा. लंकापति के साथ उनके भ्राता कुंभकर्ण और पुत्र मेघनाथ की 80-80 फीट की प्रतिमा नजर आएगी. प्रसिद्ध मूर्तिकार एम. रवि राजा के कुशल मार्गदर्शन में रावण के सिर का ढांचा बनकर तैयार हो गया है. आज से बांस का काम शुरू हो जाएगा. इसके लिए कोलकाता, खड़गपुर और बंगाल से 20 कारीगरों की टोली रायपुर पहुंचेगी.आयोजन से जुड़े रमना राव के मुताबिक, कारीगरों की टोली दशहरा मैदान में सोमवार से आयोजन स्थल पर दिन-रात रावण, मेघनाथ और कुंभकर्ण के पुतलों को तैयार करने जुट जाएगी. नेशनल क्लब रायपुर के संयोजन में दशहरा उत्सव समिति डब्ल्यूआरएस स्थित दशहरा मैदान में 2 अक्टूबर को विजयादशमी पर्व को यादगार बनाने की तैयारी में जुट गई है. लंकेश के तीन आकार के सिर का निर्माण डब्लूआरएस के दशहरा मैदान में किया जा रहा है. इसमें सबसे बड़ा चेहरा 25 फीट, दूसरा 20 फीट और तीसरा चेहरा 15 फीट इस तरह तीन आकार के दस सिर बनाए जाएंगे. वहीं रावण के पुतले की ऊंचाई 101 फीट रहेगी. कुंभकर्ण और मेघनाथ के पुतले की ऊंचाई 85-85 फीट रखा जाना तय है. भूमिपूजन के बाद शुरू हुआ पुतला निर्माणडब्ल्यूआरएस दशहरा मैदान में विजयादशर्मी पर्व की तैयारी के संबंध में 5 सितंबर को रायपुर उत्तर विधायक पुरंदर मिश्रा और नेशनल क्लब अध्यक्ष जी. स्वामी की विशेष उपस्थिति में उत्सव की तैयारी को लेकर भूमिपूजन कर शुभारंभ किया गया. इसके बाद से रावण के सिर के लिए मिट्टी से सांचे निर्माण का काम चल रहा है. सोमवार को बांस का काम शुरू होने जा रहा है. इसके लिए 15 से 20 कारीगर कोलकाता, खड्गपुर और बंगाल से रायपुर आ रहे हैं. जो लगातार विजयादशर्मी उत्सव के लिए आयोजन स्थल पर पुतला निर्माण का कार्य रमन्ना राव के मार्गदर्शन में करेंगे. दशहरा पर्व पर विशेष आतिशबाजी होगी. इसके लिए बाहर से आतिशबाज आमंत्रित किए जाएंगे, जो सतरंगी आतिशबाजी का आकर्षक नजारा दिखाने कार्यक्रम स्थल पर मौजूद रहेंगे.






