
हिरमी – रावन : ग्रामीण अंचल के हिरमी, मोहरा कुथरौद, मुसवाडीह, आलेसुर, तिल्दाबाँधा, नेवारी, फूलवारी गायत्री प्रज्ञा पीठ हिरमी में कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर जगह-जगह विविध आयोजन हुए। राधा-कृष्ण सजाओ प्रतियोगिता, मटका फोड़ प्रतियोगिता व विभिन्न कार्यक्रमों को आयोजन किया गया।हिरमी के आसपास के क्षेत्रों में कई जगहों पर शनिवार को कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व मनाया गया। मोहरा के बस स्टैंड में बजरंग दल और युवाओ ने मटका फोड़ व दही लूट प्रतियोगिता का आयोजन किया। जिसे लेकर लोगों में उत्साह देखने को मिला। बड़ी संख्या में लोगों ने इसमें भाग लिया l मटका फोड़ प्रतियोगिता के साथ कृष्ण जन्माष्टमी प्रतियोगिता में डॉ मोहन लाल वर्मा ( सभापति उद्योग एवं सहाकारिता समिति जिला पंचायत बलौदाबाजार, अध्यक्ष जनभागीदारी समिति डी के कालेज ब. बा. ) ने भगवान कृष्ण के बालसुलभ चंचलता और माखन चुराने की घटनाओं का स्मरण किया और कहा कि यह प्रतियोगिता उनके इसी बालसुलभ और शरारती रूप का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि द्वापरयुग में माता यशोदा ने माखन की मटकियों को ऊंचा लटका दिया था, जिससे कृष्ण और उनके दोस्त उन तक पहुँच न सकें, और इसी से दही हांडी प्रतियोगिता का जन्म हुआ है।उपस्थित लोगों के साथ उन्होंने कहा भगवान कृष्ण के विभिन्न चरित्रों पर चर्चा करते हुए उन्हें भगवान की 16 कलाओं के बारे में जानकारी जानने के लिए प्रेरित किया lमटका फोड़ प्रतियोगिता के साथ कृष्ण जन्माष्टमी मनाने का अर्थ है भगवान श्री कृष्ण के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में इस खेल का आयोजन करना, जिसमें युवा दही या मक्खन से भरी मटकी को कई परतों की मानव पिरामिड बनाकर फोड़ते हैं, ठीक उसी तरह जैसे बचपन में भगवान कृष्ण मक्खन चुराते थे। यह प्रतियोगिता युवाओं और बच्चों में अत्यधिक उत्साह पैदा करती है और जन्माष्टमी उत्सव के पारंपरिक आयोजनों में से एक है, जिसमें भजन, कीर्तन और राधा-कृष्ण की झांकियां भी शामिल होती हैं।






