
वन विभाग के कार्यक्रम में कांग्रेस जनप्रतिनिधियों को नहीं दी गई जगह, तो DFO को भेंट किया भाजपा का गमछा,
सुकमा: जिले के कोण्टा में आयोजित वन महोत्सव कार्यक्रम राजनीतिक विरोध का कारण बन गया । कार्यक्रम को लेकर कांग्रेस जनप्रतिनिधियों ने वन विभाग पर पक्षपातपूर्ण रवैये का गंभीर आरोप लगाया है। इतना ही नहीं कांग्रेस के नेता और जनप्रतिनिधि इसके विरोध में भाजपा का गमछा लेकर डीएफओ दफ्तर पहुंचे और कोंटा रेंजर को भाजपा का गमछा पहने की मांग कांग्रेसियों ने की और दफ्तर पर ही धरने पर बैठ गए। विवाद की शुरुआत उस वक्त हुई जब कार्यक्रम के आमंत्रण पत्र में कांग्रेस की नगर पंचायत अध्यक्ष और जिला पंचायत अध्यक्ष को मंच पर स्थान नहीं दिया गया। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि जनप्रतिनिधियों की अनदेखी करना सीधे तौर पर लोकतांत्रिक मर्यादाओं का उल्लंघन है। कांग्रेस का आरोप है कि कोण्टा रेंजर महेश पासवान जानबूझकर सत्तारूढ़ दल के जनप्रतिनिधियों को दरकिनार कर रहे हैं और भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में एजेंट की तरह काम कर रहे हैं। इसी नाराजगी के चलते कांग्रेस पदाधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने डीएफओ कार्यालय पहुंचकर विरोध प्रदर्शन भी किया। इस दौरान नाराज जनप्रतिनिधियों ने रेंजर को बीजेपी का गमछा भेंट कर तंज कसते हुए कहा कि अगर अधिकारी निष्पक्ष नहीं रह सकते तो खुलकर पार्टी में शामिल हो जाएं। फिलहाल, यह मामला सुकमा जिले की प्रशासनिक राजनीति में गर्मी ला चुका है, और कांग्रेस ने चेतावनी दी है कि अगर कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और तेज़ होगा।






