
बलौदा बाजार सिमगा से ओंकार साहू की रिपोर्ट : नारियल या श्रीफल हिंदू धर्म के सभी धार्मिक आयोजनों, अनुष्ठानों और पूजा पाठ की सामग्री का सबसे अहम हिस्सा है। कोई भी शुभ कार्य हो सबसे पहले नारियल चढ़ाने से ही उसका आरंभ किया जाता है। नारियल के बिना पूजा अधूरी मानी जाती है। इसलिए तो पूजन सामग्री एकत्रित करने के समय सबसे पहले नारियल की याद आती है और सूची में भी सबसे पहले नारियल का ही नाम याद आता है।मान्यता है कि एक बार ऋषि विश्वामित्र ने इंद्र से नाराज होकर दूसरे स्वर्ग की रचना कर रहे थे पर दूसरे स्वर्ग की रचना से थोड़े असंतुष्ट थे। फिर उन्होंने पूरी सृष्टि ही दूसरी बनाने की ठान ली जिसमें उन्होंने मानव के रूप में नारियल का निर्माण किया। कहते हैं नारियल के खोल पर बाहर जो दो आँखें और एक मुख की रचना दिखाई देती है यह उसी का प्रतीक है। आगे चलकर हिन्दू धर्म में मौजूद मनुष्य और जानवरों की बलि की परम्परा को खत्म करने के लिए नारियल चढ़ाने की प्रथा शुरू की गई। नारियल फोड़ने का अर्थ स्वयं को अपने इष्ट देव को अर्पित कर देना है। यही कारण है कि सनातन संस्कृति में पूजा और मांगलिक कार्य के दौरान नारियल फोड़कर प्रसाद चढ़ाया जाता है। नारियल को संस्कृत में ‘श्रीफल’ कहा जाता है और श्री का अर्थ लक्ष्मी है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, लक्ष्मी के बिना कोई भी शुभ काम पूर्ण नहीं होता है। इसलिए शुभ कार्यों में नारियल का इस्तेमाल अवश्य होता है।सनातन संस्कृति में नारियल को एक पवित्र फल माना गया है। मान्यता है कि हमारे देवी देवताओं को नारियल का भोग अत्यंत प्रिय है। इसी लिए धार्मिक कार्यक्रमों में नारियल चढ़ाने की परंपरा प्राचीन काल से ही हैं। देवी देवताओं की पूजा, आराधना, गृह प्रवेश, शादी-विवाह से लेकर छोटे से छोटे और बड़े से बड़े मांगलिक और धार्मिक कार्यक्रम में नारियल का प्रयोग होता है। यहां तक कि इसे श्रीफल यानी देवताओं का प्रिय फल का दर्जा प्राप्त है। इन्हीं पुनीत भावनाओं के साथ आज हमारे ग्राम पंचायत दावनबोड की ग्राम सरकार की गठन अर्थात नवनिर्वाचित सरपंच एवं पंचायत प्रतिनिधियों के शपथ ग्रहण समारोह में ग्राम के सभी नवनिर्वाचित जनप्रतिनिधियों के द्वारा मंगल कार्यों के मंगल में प्रतीक श्रीफल नारियल के पौधे का रोपण किया गया इस अवसर पर नवनिर्वाचित जिला पंचायत सदस्य क्षेत्र क्रमांक 02 श्रीमती दीप्ती गोविन्द वर्मा,जनपद सदस्य सीता शशिकान्त ध्रुव ने बधाई एवम शुभकामनाएं प्रेषित की सचिव राजकुमार निषाद,रोजगार सहायक श्रीमती लक्ष्मी वर्मा,ग्राम पँचायत सरपंच श्रीमती कौशिल्या तुरकिया, पंचगण श्रीमती संगीता गजेंद्र ध्रुव,धनेश्वर अवधराम निषाद श्रीमती सोनी अजय वर्मा,तिलक तुलाराम वर्मा,शबनम बी बशीर खान,गंगा फेकूराम वर्मा,ढेलू अंकलहा ध्रुव,मनोहर टीकाराम साहू,नीरा नरेश साहू,बिसौनी धनऊ ध्रुव,शिरमती श्रवण साहू,लालू फिरतुराम ध्रुव शिक्षकगण पी एल भारती राजू बंजारे भुनेश्वर ध्रुव सुरेश कुमार वर्मा लक्ष्मण वर्मा एवम ग्रामवासी इन्द्रकुमार कन्हैया विष्णु नरेश निहाली जनक तखत वर्मा आदि उपस्थित रहे।





