
नितिन कुमार जायसवाल तिल्दा नेवरा : आगामी 11 फरवरी को होने वाले नगरीय निकायों के चुनाव हेतु आज 22 जनवरी से नामांकन दाखिल प्रारंभ हो गया है। साथ ही नगर पालिका तिल्दा नेवरा में भी राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है, दावेदार सक्रिय होकर टिकट के लिए अपने अपने स्तर पर जुट गए है। वहीं अब सबसे ज्यादा जद्दोजहद टिकट के लिए होगा, गलत टिकट वितरण से पार्टियों को काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है। खासकर कांग्रेस के लिए ये बड़ी चिंता का विषय रहेगा। अगर हम पिछले चुनाव की बात करे तो कुल 22 वार्डो में महज 6 वार्डो पर कांग्रेस प्रत्याशियों की जीत हुई थी, 13 पर भाजपा, 2 पर जोगी कांग्रेस व 1 वार्ड में कांग्रेस समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी की जीत हुई थी। पिछले समय पार्षदों द्वारा ही अध्यक्ष का चुनाव किया गया जिसमें 6 पार्षद रहते हुए भी नगर पालिका परिषद में कांग्रेस का अध्यक्ष बना, यहां कांग्रेस का परचम लहराया था जिसमें पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष महेश अग्रवाल की महती भूमिका रही और उसके बाद महेश अग्रवाल को जादूगर के नाम से भी नवाजा गया। बीते विधानसभा चुनाव के पहले कांग्रेस की पालिका अध्यक्ष भाजपा में शामिल हो गई तब से अब तक परिस्थितियां भी बदल गई, पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष जादूगर महेश अग्रवाल भी अब भाजपा में शामिल हो चुके है। वहीं अब बदले हुए समीकरण के बाद पालिका का चुनाव होने जा रहा है जिसमें अध्यक्ष पद के लिए भी प्रत्यक्ष प्रणाली से मतदान किया जाएगा जिसमें आम मतदाता पार्षद सहित अध्यक्ष के लिए सीधे मतदान करेंगे।वहीं अध्यक्ष पद ओबीसी वर्ग के लिए आरक्षित हुआ है जिसमें दावेदारों में भाजपा से श्रीमती चंद्रकला वर्मा, सुरेश वर्मा, रवि सेन, सतीश निषाद, मनोज निषाद, डा एलपी साहू, आदि के नाम है वहीं कांग्रेस से लक्ष्मीनारायण वर्मा को प्रबल दावेदार माना जा रहा है क्योंकि वे लगातार 3 बार के पार्षद है और अलग अलग वार्डो से जीत कर आते रहे है, साथ ही वे कांग्रेस के समर्पित व कर्मठ युवा नेता भी है। वहीं अन्य दावेदारों में गजानंद वर्मा, जितेंद्र सेन, श्रीमती सीमा के कृष्णा मूर्ति आदि भी शामिल है।





