
बीजापुर: तीन दिनों से लापता पत्रकार मुकेश चंद्राकर की लाश घर से 2 किमी और बीजापुर थाने से पांच किमी की दूरी पर चट्टानपारा इलाके में सेप्टिक टैंक में मिली है. लाश मिलने की सूचना पर पुलिस ने मौके की घेराबंदी कर जांच में जुटी है. बता दें कि मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी की शाम टी-शर्ट और शॉर्ट्स में घर से बाहर निकले थे. कुछ देर के बाद उनका फोन स्विच ऑफ हो गया. रात तक घर नहीं लौटने पर उनके भाई और पत्रकार युकेश चंद्रकार ने करीबियों के घर, शहर में अलग-अलग जगह पता लगाया. कोई खबर नहीं मिलने पर युकेश चंद्रकार ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी.मुकेश के गुमशुदगी रिपोर्ट पर संज्ञान लेते हुए IG सुंददराज पी ने आज शाम तक स्थिति स्पष्ट होने की बात कही थी. उन्होंने मीडिया से चर्चा में बताया था कि टीम को पड़ताल के लिए एक्टिव किया गया है. जानकारी पर एक व्यक्ति को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही थी. इसके अलावा पुलिस की एक टीम को दिल्ली रवाना किया गया था.
मुकेश का क्या कसूर था आखिर उनकी हत्या क्यों कर दी गई? सुरेश चन्द्राकर काफी कम समय मे अरबपति बन गए मिरतुर से हिरोली गंगालूर सड़क जिसकी लागत 56 करोड़ लगभग थी वह काम 120 करोड़ की हो गई उसके बाद भी सड़क गुवत्ताहीन बनी उस सड़क की सच्चाई उन्होंने अपने साथी पत्रकार नीलेश जी के साथ 30 दिसम्बर को प्रकाशित की खबर के बाद विभागीय मंत्री अरुण साव जी जांच कमेटी बनाकर जांच के आदेश दिए। उस खबर के बाद आज उस ठेकेदार सुरेश चन्द्राकर के बाड़ा जो अवैध रूप से बना है उनके सेप्टिंक टैंक में मुकेश की लाश मिली हत्या कर शव को सेप्टिंक टैंक में डाल दिया गया उसके बाद टेंक को नए सीमेंट कांक्रीट से स्लैब डाल दिया आखिर सुरेश चन्द्राकर सन्देह में।





