बलोदाबाज हिरमी – रावन: हिरमी, रावन, सुहेला, बिटकुली, सकलोर,मोहरा में रविवार को करवाचौथ का त्योहार धूमधाम से मनाया गया। सुहागिन महिलाओं ने अपने पतियों के दीर्घायु के लिए निर्जला उपवास रखा और चाँद को देखकर पूजा की। पति ने चाँद देखने के बाद पत्नी को पानी पिलाया l हिरमी अंचल में रविवार को करवाचौथ का त्योहार हर्षोल्लास से मनाया गया। सुहागिन महिलाओं ने सुबह से ही उपवास रखकर अपने पति के दीर्घायु होने के लिए यह निर्जला व्रत किया। करवाचौथ का व्रत रखने वाली सुहागिन महिलाओं ने शाम होने पर चांद को चलनी से देखते हुए अपने पति के लंबी उम्र की कामना की। चांद को देखने के बाद पति ने व्रत रखने वाली पत्नी को पानी पिलाया। मान्यता है कि चांद को चलनी से देखने पर पति की उम्र लंबी होती है। पति स्वस्थ और खुशहाल जीवन व्यतीत करता है। पौराणिक काल से यह मानता चली आ रही है कि जब सत्यवान को लेने यमराज धरती पर आए तो सत्यवान की पत्नी सावित्री ने यमराज से अपने पति के प्राण वापस मांगने की प्रार्थना की। उसने यमराज से कहा कि वह उसके सुहाग को वापस लौटा दे। मगर यमराज ने उसकी बात नहीं मानी। इस पर सावित्री अन्न जल त्याग कर अपने पति के मृत शरीर के पास बैठकर विलाप करने लगी। सावित्री के हठ को देखते हुए उस पर यमराज को दया आ गया। यमराज ने उसे वर मांगने को कहा। इस पर सावित्री ने कई बच्चों की मां बनने की मांग की। उसने सत्यवान को जीवित कर दिया। इससे पूर्व महिलाओं ने शनिवार को सौंदर्य प्रसाधन एवं पूजा के सामान की जमकर खरीदारी की। इसके अतिरिक्त करवा चौथ का व्रत रखने वाली महिलाओं ने नये नये वस्त्र की भी खरीदारी की। व्रत रखने वाली महिलाओं शैल वर्मा सीमा वर्मा जागेश्वरी वर्मा नीतू वर्मा नेहा वर्मा मीरा वर्मा सरिता वर्मा ओमन वर्मा कुसुम सिंहा