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स्वास्थ्य जागरूकता के लिए राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में अदाणी फाउंडेशन द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया

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तिल्दा विकासखंड के छह गांवों में 15 और 16 अक्टूबर को “ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे” और “विश्व खाद्य दिवस” का आयोजन किया गया, जिसमें गर्भवती एवं शिशुवती माताएं, 10 से 19 वर्ष की किशोरी बालिकाएं और 5 वर्ष तक के बच्चों को मिलाकर कुल 314 लोगों ने हिस्सा लिया।

तमनार विकासखंड के ग्राम सराईटोला में 15 अक्टूबर को प्राथमिक और माध्यमिक शाला के सभी बच्चों के लिए निःशुल्क दंत जांच शिविर का आयोजन किया गया।

रायपुर : पिछले सप्ताह अदाणी फाउंडेशन द्वारा तिल्दा विकासखंड के छह गांवों तथा तमनार विकासखंड की ग्राम शाला में स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने के लिए विविध कार्यक्रम आयोजित किये गए, जिसमें 400 से अधिक लोगों ने हिस्सा लेकर इसे सफल बनाया। इन आयोजनों में विभिन्न आयु वर्ग के छात्रों तथा गर्भवती एवं शिशुवती माताओं ने भाग लिया। अदाणी समूह सामाजिक उत्थान के लिए छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न विकासखंडों में विविध पहलों के द्वारा ग्रामीण विकास कार्य में सहभागी बन रहा है, जिसके तहत पिछले सप्ताह ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे” और “विश्व खाद्य दिवस” पर तिल्दा विकासखंड के छह गांवों और तमनार विकासखंड के ग्राम सराईटोला में स्कूली छात्रों के लिए स्वास्थ जागरूकता कार्यक्रम हुए।

अदाणी पावर लिमिटेड रायखेड़ा की सामाजिक सहभागिता के तहत अदाणी फाउंडेशन और अदाणी विलमार फॉर्च्यून के सुपोषण कार्यक्रम के अंतर्गत 15 और 16 अक्टूबर को “ग्लोबल हैंड वॉशिंग डे” और “विश्व खाद्य दिवस” का आयोजन किया गया। इन कार्यक्रमों का आयोजन तिल्दा विकासखंड के रायखेड़ा, गैतरा, चिचोली, गौरखेड़ा और भाटापारा गांव में किया गया, जिसमें गर्भवती एवं शिशुवती माताएं, 10 से 19 वर्ष की किशोरी बालिकाएं और 5 वर्ष तक के बच्चों को मिलाकर कुल 314 लोगों ने हिस्सा लिया।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण समुदाय में स्वच्छ पेयजल, हाथों की सफाई और संतुलित व पौष्टिक भोजन के प्रति जागरूकता बढ़ाना था। अदाणी फाउंडेशन की सुपोषण संगिनियों ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम चलाए, जिसमें उन्होंने बताया कि किस प्रकार गांव में उपलब्ध विभिन्न प्रकार की पौष्टिक सब्जियों का उपयोग कर आहारकी गुणवत्ता को बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा, कार्यशालाएं आयोजित की गई और लोगों को पौष्टिक आहार के बारे में परामर्श दिया गया। साथ ही, सुपोषण संगिनियों ने मिलेट को आहार मे शामिल करने के सुझाव के साथ पौष्टिक भोजन की थाली का प्रदर्शन भी किया।

इन गतिविधियों के माध्यम से हाथ धोने की सही विधि, स्वच्छ जल की महत्ता, और आस-पास की स्वच्छता के उपायों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। महिला एवं बाल विकास के ब्लॉक अधिकारी श्री समीर सौरभ ने इस मौके पर अदाणी विलमार फार्च्यून सुपोषण कार्यक्रम द्वारा आयोजित इस विशाल स्वास्थ्य जागरूकता अभियान की सराहना करते हुए कहा, “इस प्रकार के कार्यक्रम न केवल बीमारियों से बचाव में सहायक होते हैं, बल्कि कुपोषण को भी दूर करने में मददगार साबित होते हैं।”

उल्लेखनीय है कि तमनार विकासखंड के ग्राम सराईटोला में 15 अक्टूबर को प्राथमिक और माध्यमिक शाला के सभी छात्रों दांतों के परिक्षण के लिए निशुल्क शिविर का आयोजन किया। इस क्षेत्र के पानी में फ्लोराइड की मात्रा ज्यादा होने से होने वाली समस्याओं से बच्चों को बचाने और जागरूकता बढ़ाने के लिए शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में हेल्पेज इंडिया की मेडिकल टीम ने कक्षा एक से आठ तक के सभी विद्यार्थियों के दांतों की जांच की और उन्हें दंत सामग्री किट प्रदान की।

कार्यक्रम में विद्यालय के प्रधानाचार्य, शिक्षकगण, गांव के गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति में कैसे दंत रोगों से बचा जा सकता है इस विषय पर विचार विमर्श किया गया। सीएसआर टीम और भू-विभाग टीम भी कार्यक्रम में उपस्थित रहकर सहयोगी बनी। स्थानीय नागरिकों ने इस पहल की सराहना की और इसे बच्चों के स्वास्थ्य और भविष्य के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

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