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तिल्दा के उत्तम हॉस्पिटल में कार्यरत महिला ने अस्पताल परिसर के रूम में फांसी लगाकर की आत्महत्या

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तिल्दा नेवरा : उत्तम हॉस्पिटल वार्ड क्रमांक 4 में नर्स के रूप में काम कर रही महिला ने हॉस्पिटल के एक कमरे में ही फांसी पर झूल गई। बताया जा रहा है की महिला लम्बे समय से काम कर रही थी महिला का नाम सुमित्रा देवांगन 35 वर्ष शिक्षक कालोनी तिल्दा की रहने वाली है। वहीं तिल्दा नेवरा थाना को सूचना मिलने पर तिल्दा पुलिस ने पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

वहीं फांसी लगाने का कारण अभी अज्ञात बताया गया है।आपको बता दे की यह उत्तम हॉस्पिटल पूर्व में शोभा हॉस्पिटल के नाम से संचालित था जहां सितम्बर 2017 में ग्रामीण महिला को एचआईवी संक्रमित खून चढ़ाने के मामले में शोभा हास्पिटल पर बड़ी कार्रवाई करते हुए सील कर दिया गया था

रायपुर के डॉ अविनाश चतुर्वेदी की टीम नें तिल्दा बीएमओ डॉ आशिष सिन्हा के साथ शोभा हॉस्पिटल पहुंचे जहां अस्पताल के गेट पर पहले से ताला लटका हुआ था और संचालक डॉ बीके विश्वास मौके से नदारद था. टीम ने अस्पताल के सभी गेटों पर ताले जड़ कर सील लगा दिया था .ऐसा पहली बार हुआ था जब तिल्दा में किसी निजी अस्पताल को प्रशासन द्वारा सील किया गया था . प्रशासन ने माना है कि शोभा हॉस्पिटल ने निर्धारित मानक पूरे नहीं किए थे , साथ ही मरीज की जान से खिलवाड़ कियाथा .गौरतलब है कि पिछले दिनों शोभा हॉस्पिटल में इलाज कराने आई महिला को अस्पताल द्वारा एचआईवी संक्रमित रक्त चढ़ा दिया गया. मामले का खुलासा होते ही पूरे शहर में सनसनी फैल गई थी. मामले में हॉस्पिटल संचालक डॉ बीके विश्वास सहित उसके साले महेश्वर विश्वास का नाम सामने आया था. यह हॉस्पिटल कुछ वर्षो तक बंद था बाद में इसके संचालक ने इसका नाम परिवर्तन कर उत्तम हॉस्पिटल कर दिया जहां पर एक नर्स द्वारा आत्महत्या किया गया उसके हाथ से सोसाइड नोट मिला है जिसे हेंड राइटिंग एक्सपर्ट से जाँच करवाने की बात मौके पर उपस्थित लोगो के द्वारा किया जा रहा था है जो जाँच का विषय है मृतिका के शव को पोस्मार्डम गृह भेजने के लिए नर्सिंग होम संचालक द्वारा एक एम्बुलेंस की वयवस्था नहीं कर पाना चर्चा का विषय था अस्पताल के सामने कचरे का भंडार और गंदगी इतनी है जिसकी भयानक बदबू अस्पताल के अंदर तक जाती है यहाँ पर कही ना कही प्रशासन की चूक दिख रही है और स्वास्थ विभाग संदेह के घेरे में है जिस रायपुर के एम बी बी एस डाक्टर का नाम लिखा गया है की वह 24 घंटे उपस्थित रहते है उनसे सम्पर्क करने का प्रयास किया गया पर उन्होंने फोन नहीं उठाया कई सवाल ऐसे है जिसका जवाब किसी के पास नहीं है आखिर कर सुमित्रा देवांगन ने हॉस्पिटल में अपनी जान क्यों दी उत्तम हॉस्पिटल को संचालन की परमिशन किसने दिए सवाल कई है।

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