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एक साथ उठी 6 अर्थियां, पूरा गांव हुआ गमगीन, नहीं रुक रहे थे आंखों के आंसू

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गांव के घरों में नहीं जले चूल्हे, शव यात्रा में तीन हजार लोग शामिल, 10 किलोमीटर तक की यात्रा, विधायक मुरली भंवरा हुए अंतिम यात्रा में शामिल, भामर के पास नर्मदा नदी के बैकवॉटर में हुआ अंतिम संस्कार

राजस्थान के बूंदी में हुई दुर्घटना में बेड़ाखाल गांव के 6 लोगों की चली गई थी जान,श्मशान में एक ही चिता पर सभी मृतकों को एक साथ मुखाग्नि दी गई

अनिल उपाध्याय देवास/MP : राजस्थान के खाटू श्याम मंदिर में दर्शन करने कार से जा रहे देवास की सतवास तहसील के बेड़ाखाल गांव के 6 लोगों की मौत दर्दनाक हादसे में रविवार तड़के बूंदी में हो गई थी।गांव में जैसे ही रविवार को हादसे की मनहूस खबर आई, गांव भर में सन्नाटा छा गया। मृतकों के घरों पर रिश्तेदारों, परिचितों का जमावड़ा लग गया। बूंदी में रविवार तड़के हुए हादसे का बेडाखाल के साथ ही आसपास के कई गांवों में इस हादसे का असर दिखाई दिया। गांव के घरों में चूल्हे नहीं जले। सोमवार अल सुबह इनके शव गांव में लाए गए, तो पूरा गांव चीत्कार उठा। परिजन रो-रोकर बेसुध हो गए, महिलाओं व बच्चों को संभालना मुश्किल रहा। पुरा गांव मानो रो रहा था। पूरा गांव इस हादसे पर गमगीन था। लोगों की आंखों से आंसू नहीं रूख रहे थे।सोमवार सुबह एकसाथ 6 लोगों मांगीलाल, राजेश, जगदीश, महेश, पूनमचंद, मदन की अर्थियां उठी तो हर किसी की आंखें नम थीं। रोने और चिगाडने की आवाज से शव यात्रा में शामिल लोगों के रोंगटे खड़े हो गए, अंत्येष्टि में तीन हजार से ज्यादा लोग मौजूद रहे। बागली विधायक मुरली भंवरा, सतवास तहसीलदार हरिओम ठाकुर, सतवास थाना प्रभारी आशीष राजपूत टीम सहित मौजूद रहे और स्वजनों को ढांढस बंधाया।सुबह करीब 8 बजे ग्राम भामर की नदी पर मां नर्मदा के बैकवाटर के किनारे एक ही चिता में सभी को एक साथ मुखाग्नि दी गई।

इनका कहना हे तहसीलदार हरिओम ठाकुर ने बताया 6 मृतकों में से 5 संबल योजना के हितग्राही हैं, इनके स्वजनों को चार-चार लाख रुपये दिए जाएंगे। वहीं सीएम द्वारा घोषित दो-दो लाख रुपये की राशि अलग रहेगी। शवों को राजस्थान से बेड़ाखाल तक लाने का खर्च रेडक्रास सोसायटी ने उठाया है। अंत्येष्टि के लिए पांच-पांच हजार रुपये की सहायता अलग से दी गई है।

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