तिल्दा नेवरा: राजधानी रायपुर से लगे तिल्दा नेवरा शहर का एकमात्र शासकीय महाविद्यालय चल रहा भगवान भरोसे
सत्यनारायण अग्रवाल शासकीय कला एवं वाणिज्य महाविद्यालय कोहका नेवरा जो कि शहर का एकमात्र शासकीय महाविद्यालय है जहां पर तिल्दा नेवरा शहर सहित आसपास गांव से भारी संख्या में छात्र-छात्राएं यहां पर पढ़ाई करने आते हैं, लेकिन दुर्भाग्य से यहां पर पदस्थ आधे से ज़्यादा स्टाफ ट्रेनों से आना-जाना करते हैं, जब ट्रेन तिल्दा पहुंचती है तब वे महाविद्यालय पहुंचते हैं और ट्रेन के समय से पहले ही महाविद्यालय से निकल जाते हैं, यह स्थिति यह रोजाना बनी हुई है , जबकि तिल्दा रेलवे स्टेशन से महाविद्यालय की दूरी लगभग 3 किलोमीटर है।
आज जब हमने महाविद्यालय पहुंच कर जायजा लिया तब देखा की गिनती के शिक्षक शिक्षिकाएं यहां पर उपस्थित थे, प्राचार्य उपस्थित थे जो क्लास में बच्चों को पढ़ने गए थे , साथ ही आधे से अधिक स्टाफ नदारद थे। लगभग 11:30 बज रहे थे और और आधे घंटे बाद लगभग 12:00 बजे स्टाफ का पहुंचना शुरू हुआ।कई कक्षाओं में जाकर देखा तो कक्षाएं खाली थी, छात्र-छात्राएं बैठे थे लेकिन उन्हें पढ़ाने वाला कोई नहीं था। बताया गया कि इस कॉलेज में पदस्थ अधिकतर स्टॉफ ट्रेनों से आना-जाना करते हैं जिसके चलते यहां पर पढ़ाई पूरी तरह से प्रभावित हो रही है।
आए दिन यहां पर इस तरह की शिकायतें सामने आ रही है , काफी लंबे अरसे से यह सिलसिला जारी है। प्राचार्य आर डी दीवान ने कहा कि आज लेट आने वाले टीचर्स को नोटिस थमाया जा रहा है ।उन्होंने कहा की ट्रेनों से आना-जाना ना कर यही रहने उन्हें कहा जाएगा। साथ ही हमने उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों डा आर प्रसन्ना एवं अपर संचालक डी एस जगत से उनके मोबाइल पर संपर्क किया एवं उन्हें महाविद्यालय की वस्तु स्थिति से अवगत करवाया, अधिकारियों ने जांच कर कार्यवाही का भरोसा दिलाया है।