न्यूज डेस्क पेंड्रा गौरेला मरवाही रिपोर्टर – अंशु सोनी: शिक्षक मोर्चा के पदाधिकारियों ने बताया कि शासन द्वारा किये जाने वाले युक्तियुक्तकरण के तहत प्रदेश के लगभग 4077 शालाओं को अन्य शाला में मर्ज करने के नाम पर बन्द किया जा रहा है।विसंगति पूर्ण और अव्यवहारिक युक्तियुक्तकरण आदेश 2 अगस्त 2024 को जारी कर 2008 के छात्र-शिक्षक अनुपात के सेटअप को भी समाप्त किया जा रहा है। 2008 के सेटअप में प्रायमरी स्कूलों में 60 बच्चों तक की दर्ज संख्या में 1 हेडमास्टर और 2 असिस्टेंट टीचर का प्रावधान था, उसे अब 1 हेडमास्टर और 1 असिस्टेंट टीचर कर दिया गया।
मिडिल स्कूलों में 105 तक की दर्ज संख्या में 1 हेडमास्टर और 4 टीचर का प्रावधान था, उसे अब 1 हेडमास्टर और 3 टीचर कर दिया गया है।शिक्षक विद्यार्थी अनुपात में कटौती होने से सरकारी स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सम्भव ही नहीं हो पायेगा। 30000 से ज्यादा कार्यरत शिक्षक अतिशेष हो जायेंगे। जिससे प्रतीत होता है कि शासन नई भर्ती नहीं करना चाहती।विज्ञापनइस स्थिति में शिक्षित और प्रशिक्षित बेरोजगार जो शिक्षक बनने के लिए बीएड, डीएड, टीईटी करके नई भर्ती की तैयारी में लगे हुए हैं, उनका भी शिक्षक बनने का सपना केवल सपना रह जायेगा। एक ही परिसर के स्कूलों को मर्ज किए जाने से वहां कार्यरत प्राथमिक प्रधानपाठक के पद औचित्यहीन हो जाएंगे। इस तरह से जो युक्तियुक्तकरण शासन के द्वारा किया जा रहा है, वह गरीब बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से दूर रखने की साजिश, बेरोजगारों के साथ कुठाराघात, शिक्षकों को मानिसक रूप से प्रताड़ित करने के उद्देश्य से प्रेरित लगता है।
युक्तियुक्तकरण में अनेक विसंगति व्याप्त हैं, जिनके विरोध में सहायक शिक्षक/समग्र शिक्षक फेडरेशन, छत्तीसगढ़ टीचर्स एसोसियेशन, शालेय शिक्षक संघ, नवीन शिक्षक संघ के संयुक्त रूप से बने शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले विरोध दर्ज किया जा रहा है। यदि सरकार इस पर विचार नहीं करेगी तो आने वाले दिनों 9 सितम्बर को जिला स्तर पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा और उसके बाद समस्त शिक्षक तालाबंदी कर शाला बहिष्कार करने को बाध्य होंगे।मरवाही विधानसभा क्षेत्र के विधायक प्रणव मरपच्ची को ज्ञापन सौंपने वालों में मुख्य रूप से टीचर्स एसोशियेशन के जिलाध्यक्ष मुकेश कोरी, कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा के जिला महासचिव सत्यनारायण जायसवाल, सहायक शिक्षक फेडरेशन के जिलाध्यक्ष दिनेश राठौर, जितेंद्र शुक्ला, दुर्गा गुप्ता, ज्योति दुबे, अजय चौधरी, ओमप्रकाश सोनवानी, ऋषिकेश मिश्रा, संजय सोनी, अमिताभ चटर्जी, यज्ञनारायण शर्मा, राजेश सोनी, महेंद्र मिश्रा, विनोद मिश्रा, राजकुमार पटेल, पीयूष विश्वकर्मा, रत्नेश सोनी, अवधराम कश्यप, राजेश चौधरी, परसराम चौधरी, प्रीति गुप्ता, किरण रघुवंशी, मोहित राम रोहिणी, लक्ष्मी शंकर गुप्ता, योगेश सिंह राजपूत दिलीप राठौर, संतोष मांझी इत्यादि उपस्थित थे।