न्यूज डेस्क छत्तीसगढ़: मोक्षदायिनी सप्तपुरी: मोक्षदायिनी सप्तपुरी का विवरण
सनातन धर्म में सप्तपुरी का अत्यधिक महत्व है। ये सात पवित्र शहर ऐसे स्थान हैं जहाँ निवास करने, पूजा करने या वहां जाकर तीर्थयात्रा करने से मोक्ष प्राप्ति होती है। इन्हें ‘मोक्षदायिनी सप्तपुरी’ कहा जाता है।
ये सात पवित्र शहर इस प्रकार हैं:
1. काशी (वाराणसी):
– विवरण: काशी जिसे वाराणसी भी कहा जाता है, भगवान शिव का प्रमुख धाम है। इसे “मोक्ष नगरी” कहा जाता है, क्योंकि यहाँ मरने से जीव को मोक्ष की प्राप्ति होती है। यहाँ के प्रमुख मंदिर काशी विश्वनाथ मंदिर और मणिकर्णिका घाट हैं।
– महत्व: यहाँ पर गंगा नदी के तट पर स्नान करने से और भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से समस्त पापों का नाश होता है।
2. अयोध्या:
– विवरण: अयोध्या भगवान श्रीराम की जन्मभूमि है। यहाँ का राम जन्मभूमि मंदिर और हनुमानगढ़ी मंदिर प्रमुख स्थल हैं।
– महत्व: यहाँ पर राम नवमी के अवसर पर भगवान राम की पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होता है और समस्त कष्टों से मुक्ति मिलती है।
3. मथुरा:
– विवरण: मथुरा भगवान श्रीकृष्ण की जन्मभूमि है। यहाँ के प्रमुख मंदिर श्री कृष्ण जन्मस्थान और द्वारकाधीश मंदिर हैं।
– महत्व: यहाँ पर जन्माष्टमी और होली के अवसर पर भगवान कृष्ण की पूजा करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।
4. हरिद्वार:
– विवरण: हरिद्वार को “गंगाद्वार” भी कहा जाता है, क्योंकि यहाँ पर गंगा नदी पहाड़ों से उतरकर मैदान में प्रवेश करती है। यहाँ के प्रमुख स्थल हर की पौड़ी और मनसा देवी मंदिर हैं।
– महत्व: यहाँ पर गंगा स्नान और कुंभ मेले के अवसर पर गंगा आरती में भाग लेने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
5. कांचीपुरम:
– विवरण: कांचीपुरम को “सप्तपुरियों” में से एक माना जाता है। यह भगवान शिव और विष्णु दोनों की पूजा के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के प्रमुख मंदिर एकाम्बरनाथ मंदिर और वरदराज पेरुमल मंदिर हैं।
– महत्व: यहाँ पर शिव और विष्णु की पूजा करने से जीवन के समस्त कष्ट दूर होते हैं।
6. उज्जैन:
– विवरण: उज्जैन को “महाकाल की नगरी” कहा जाता है, जहाँ भगवान शिव का प्रमुख ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर स्थित है। यहाँ का महाकालेश्वर मंदिर और काल भैरव मंदिर प्रमुख स्थल हैं।
– महत्व: यहाँ पर महाशिवरात्रि और काल भैरव अष्टमी के अवसर पर भगवान शिव और भैरव की पूजा करने से विशेष फल प्राप्त होता है।
7. द्वारका:
– विवरण: द्वारका भगवान श्रीकृष्ण की नगरी है, जहाँ वे मथुरा छोड़कर निवास करने लगे थे। यहाँ का द्वारकाधीश मंदिर प्रमुख स्थल है।
– महत्व: यहाँ पर जन्माष्टमी और रथयात्रा के अवसर पर भगवान कृष्ण की पूजा करने से विशेष पुण्य की प्राप्ति होती है।
मोक्षदायिनी सप्तपुरी हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए अत्यंत पवित्र स्थान हैं। यहाँ की यात्रा करने और यहाँ पर विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करने से जीवन के समस्त पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इन पवित्र स्थलों की यात्रा करना और वहाँ के धार्मिक अनुष्ठानों में भाग लेना हर हिंदू के जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है।