दश महाविद्या (दस महान ज्ञान की देवी)…
न्यूज डेस्क छत्तीसगढ़: हिंदू धर्म में दस प्रमुख देवी रूपों का समूह है। ये सभी देवी मां शक्ति (पार्वती) के विभिन्न रूप हैं और तांत्रिक परंपरा में महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं। यहाँ दश महाविद्या के नाम और उनके महत्व का संक्षिप्त विवरण दिया गया है:
1. काली: काली देवी को समय और परिवर्तन की देवी माना जाता है। वे सभी बुराइयों का नाश करती हैं और उनके भक्तों को भयमुक्त करती हैं।
2. तारा: तारा देवी ज्ञान और रक्षण की देवी हैं। वे अपने भक्तों को आध्यात्मिक मार्ग पर मार्गदर्शन करती हैं।
3. त्रिपुर सुंदरी (श्रीविद्या): त्रिपुर सुंदरी देवी सौंदर्य, प्रेम और आध्यात्मिक संपन्नता की देवी हैं। वे ज्ञान और मोक्ष की प्रदाता मानी जाती हैं।
4. भुवनेश्वरी: भुवनेश्वरी देवी विश्व की अधीश्वरी हैं। वे विश्व की संरचना और संचालन की देवी मानी जाती हैं।
5. छिन्नमस्ता: छिन्नमस्ता देवी आत्म-बलिदान और आत्म-ज्ञान की देवी हैं। उनका स्वरूप आत्मशक्ति और आत्म-नियंत्रण का प्रतीक है।
6. भैरवी: भैरवी देवी तंत्र और श्मशान की देवी हैं। वे विध्वंस और पुनर्निर्माण की देवी मानी जाती हैं।
7. धूमावती: धूमावती देवी विधवा और दुर्भाग्य की देवी हैं। वे विपत्तियों से सीखने और साहस प्राप्त करने का प्रतीक हैं।
8. बगलामुखी: बगलामुखी देवी शत्रु संहार और वाणी की शक्ति की देवी हैं। वे अपने भक्तों को सभी प्रकार के शत्रुओं से रक्षा करती हैं।
9. मातंगी: मातंगी देवी विद्या, संगीत और कला की देवी हैं। वे ज्ञान और सृजन की देवी मानी जाती हैं।
10. कमला (लक्ष्मी): कमला देवी धन, समृद्धि और सौभाग्य की देवी हैं। वे सभी प्रकार की समृद्धि और कल्याण की देवी हैं।
दश महाविद्या तंत्र साधना में महत्वपूर्ण हैं और इन्हें साधना के द्वारा शक्ति, ज्ञान, और मोक्ष की प्राप्ति की जा सकती है। इन देवी रूपों का उपासना करने से भक्त विभिन्न आध्यात्मिक और सांसारिक लाभ प्राप्त करते हैं।