सांड की जगह कसाई बकरीद पर कुर्बान हो गया,एक सांड को कत्ल करने ले जा रहा था कसाई, दूसरे ने दी मौत की सजा
न्यूज डेस्क हरियाणा: सोशल मीडिया पर एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें सांड को कत्ल करने ले जा कसाई को एक सांड ने मार डाला. उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी मौत हो गई.
वीडियो के मुताबिक ईद त्यौहार के दिन एक कसाई एक बैल को काटने के लिए कत्लखाना ले जा रहा था, इसी दौरान दूसरा सांड़ भड़क गया और उसने कसाई पर हमला कर दिया.उसे सींगों से उठाकर मार डाला.
इस वीडियो को देखने के बाद जहां शाकाहारी लोग खुश हो रहे हैं, वहीं मांसाहारी लोगों को दुखद लग रहा है.बहरहाल मुसलमानों के प्रसिद्ध त्योहार बकरीद पर गोश्त न खाया जाता हो ऐसा हो ही नहीं सकता। पर यह सच है कि बकरीद पर पाकिस्तान में उमरकोट और थरपारकर के मुसलमान गाय-बैल की क़ुर्बानी नहीं देते।बीबीसी की एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान के उमरकोट और थरपारकर के मुसलमान बकरीद के मौके पर गाय या बैल की क़ुर्बानी नहीं करते। इतना ही नहीं वे शादी-गमी के मौके पर अपने हिंदू दोस्तों को उन बर्तनों में भी नहीं खिलाते हैं, हालांकि पाकिस्तान में गाय और बैल काटने पर कोई रोक नहीं है। पाकिस्तान में आप सब्जी खाते हैं या गोश्त, इस बारे में कोई कानूनी बाधा या पूछताछ या धर-पकड़ नहीं है, सिवाय इसके कि आप रोजे के समय खुलेआम न खाएं-पियें।बकरीद का सचइसके लावा इस्लाम में हज करना जिंदगी का सबसे जरुरी भाग माना जाता हैं। जब वे हज करके लौटते हैं तब बकरीद पर अपने अज़ीज़ की कुर्बानी देना भी इस्लामिक धर्म का एक जरुरी हिस्सा हैं जिसके लिए एक बकरे को पाला जाता हैं। दिन रात उसका ख्याल रखा जाता हैं। ऐसे में उस बकरे से भावनाओं का जुड़ना आम बात हैं। कुछ समय बाद बकरीद के दिन उस बकरे की कुर्बानी दी जाती हैं।