तिल्दा नेवरा : अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वाधान में वातावरण शुद्धि के लिए बुद्धपूर्णिमा के पावन अवसर पर साधकों ने अपने-अपने घरों में गृहे-गृहे गायत्री महायज्ञ का कर्मकांड का आयोजन किया।बहुत से गायत्री शक्ति पीठों में कार्यक्रम का शुभारंभ जूम एप के माध्यम से हुआ। परिव्राजक श्यामसुंदर ने मुख्य यजमान हिरऊ साहू , ढालेन्द्र साहू, धनेश्वर साहू को वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ देव पूजन करवाया। जगदीश साहू ने कहा कि हवन यज्ञ की अग्नि से वातावरण शुद्ध होता है । मनुष्य को प्रभावित करने वाली शक्तियां यज्ञ की अग्नि व धुएं से समाप्त हो जाती है । उन्होंने मां गायत्री से देश वासियों की सुरक्षा व स्वास्थ्य लाभ की कामना की । साथ ही उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ ज्ञान-विज्ञान के अनेक धाराओं को जोड़कर मानव जीवन को समुन्नत बनाने के लिए हवन यज्ञ की प्रेरणा दी है। यज्ञ एक धार्मिक ग्रंथ एवं कर्मकांड नहीं है बल्कि शोध में की गई एक प्रक्रिया है। उन्होंने कहा कि कई प्रकार के रोग की रोकथाम के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा दिए गए गाइडलाइन में यज्ञ को उपचार माना है। साधकों ने सामाजिक कुरीतियों को छोड़ने एवं समय दान, अंशदान का संकल्प लिया। प्रज्ञा पीठ के पुजारी श्यामसुंदर जी ने कहा कि अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के मार्गदर्शन में बीते कई वर्षों से वैश्विक सुख-शांति, प्रगति और एकता के लिए विराट वैश्विक यज्ञीय प्रयोग किया जा रहा है. इस वर्ष भी गायत्री परिवार बुद्ध पूर्णिमा को यज्ञ दिवस के रूप में मनाया इस अवसर पर देश-विदेश में लाखों घरों में एक साथ गायत्री यज्ञ किया गया।
हिरमी,कुथरौद,मोहरा,परसवानी,सकलोर,भटभेरा,तुलसी में 300 घरों में 2000 साधकों ने यज्ञ में भाग लिया । महायज्ञ में दिलेश्वर मढ़रिया, पुरंदर जायसवाल,पंकज वर्मा, झालूराम साहू, जगदीश साहू, सोनू फेकर,,छन्नूलाल, तोरण पटेल, विद्या भूषण पटेल, भूवन पटेल, कृष्णागामत्री वर्मा, हेमलालसाधना सहित अन्य साधकों ने अपने घरों में यज्ञ संपन्न किया।