नकली घी बनाने का हुआ भांडा फोड़.सोयाबीन रिफाइंड ऑयल और वनस्पति को मिलाकर बनाया जा रहा था नकली घी
अंबिकापुर ब्रेकिंग: नकली घी बनाने का हुआ भांडा फोड़.सोयाबीन रिफाइंड ऑयल और वनस्पति को मिलाकर बनाया जा रहा था नकली घी,
प्रशासन और खाद एवं औषधि विभाग की टीम ने की कार्यवाही.
अंबिकापुर के अंदर चल रहा था गोरख धंधा.
नकली घी बनाने का गोरख धंधा अंबिकापुर के बाबू पारा मे चल रहा था.
महाराष्ट्र के गोंदिया निवासी राकेश बंसल के द्वारा किराए के मकान में यह पूरा काम किया जा रहा था गोर।
सोयाबीन रिफाइंड ऑयल और वनस्पति को मिलाकर बनाया जा रहा था नकली घी प्रशासन और खाद एवं औषधि विभाग की टीम ने की कार्रवाई
अंबिकापुर के अंदर चल रहा था गोरख धंधा सोयाबीन रिफाइंड तेल और वनस्पति को मिलाकर नकली घी बनाने का गोरख धंधा अंबिकापुर के बाबू पारा मे चल रहा था. महाराष्ट्र के गोंदिया निवासी राकेश बंसल के द्वारा किराए के मकान में यह पूरा काम किया जा रहा था. राकेश बंसल ने बताया कि 2 दिन पहले ही हुआ अंबिकापुर आकर यह काम शुरू किया था. उसने बताया किनवरात्र में मंदिरों में घी की डिमांड ज्यादा होती है. इसे लेकर बड़े पैमाने पर वह सोयाबीन रिफाइंड तेल और वनस्पति को मिलाकर घी तैयार कर रहा था. एसडीएम की सूचना पर प्रशासन एवं खाद्य एवं औषधि विभाग की टीम मौके पर पहुंची और भारी मात्रा में नकली घी जप्त कर लिया. अधिकारियों ने कहा कि सोयाबीन रिफाइंड तेल और वनस्पति को मिलने का ऐसा कोई परमिशनइनके पास नहीं है.उक्त मामले में इन पर कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल सैंपल को जांच के लिए भेजा जा रहा है।
अंबिकापुर तहसीलदार ने बताया कि हमे सूचना मिली थी की नकली घी बनाया जा रहा है हम पुलिस खाद्य विभाग , औषधि विभाग संयुक्त रूप से दबिश दी है वास्तव में यहां नकली घी बनाया जा रहा था,यह राकेश बंसल जो गोंदिया के निवासी है जो किराए में रहकर उनके द्वारा घी और तेल के द्वारा घी का रूप दिया जा रहा था और वास्तव में नकली घी बनाया जा रहा था लगभग 100 टीन में तेल और आठ ड्रम में आधा तेल और आधा डालडा भरा हुआ तेल और डालडा हैं वस्तु स्थिति से लग रहा है कि यह काम काफी दिनों से चल रहा था और नवरात्र का समय है मंदिरों में तेल और घी का खपत ज्यादा होता है इनके द्वारा प्लानिंग कर यह काम किया जा रहा था क्योंकि उनके पास कोई वैध दस्तावेज इसके संबंध में दिया नहीं गया है पूछताछ में उनके द्वारा बताया जा रहा है कि हम मंदिरों में सप्लाई करते हैं परंतु उनके पास कोई ऐसा वैध दस्तावेज नहीं है कि यह मंदिरों में सप्लाई करते हैं।
वही सीनियर फूड एंड ड्रग ऑफिसर ने बताया कि हमे एसडीम के द्वारा निर्देशित किया गया है की किसी भी प्रकार की इसमें शिकायत प्राप्त हुई कि नकली घी बनया जा रहा है तो तत्काल प्रशासन एवं राजस्व,खाद्य और औषधि विभाग की टीम मौके पर पहुंची तो पता चला कि वनस्पति डालडा और रिफाइन सोयाबीन तेल को मिलाकर नकली घी बनाया जा रहा है इनके जो मालिक है राकेश बंसल उनसे बात करने पर उन्होंने बताया कि 2 दिन पहले वह आए हुए हैं और मंदिर में घी सप्लाई करना था तो घी के रूप में चुकी यह एलिटरेशन है अगर मंदिर में भी सप्लाई करते हैं तो घी के रूप में कर रहे हैं तो यह इलेक्ट्रीशियन है चुकी बिना लाइसेंस के कर रहे हैं तो इन पर विदाउट लाइसेंस का कैसे लगेगा जो कि में प्रावधान है इनका जो माल सीज करके सैंपल के लिए भेज रहे हैं और जो भी रिपोर्ट आएगी,, करीब इसमें 58 टीन 15 लीटर के ब्लेंडर मिक्स हैं और 57 टीन वनस्पति है 81 सोयाबीन तेल है उन सभी सीज करके सैंपल भेजा जा रहा है।
वही आरोपी राकेश बंसल ने कहा कि हम अंबिकापुर पहली बार आए थे शहर सरगुजा संभाग के अंदर बहुत सारे मंदिर हैं हम लोग सोच कि यहां माल बनाकर रख देते हैं और नवरात्र का सीजन आ रहा है तो मंदिरों में 510 डब्बा लगता ही है और पूजा की प्राय सभी पूजा करने वाले व्यक्ति हल्के घी की मांगते हैं ऊंचा गी तो मांगते ही नहीं है इसलिए बनाकर हम यहां रख रहे थे और मेरे पास लाइसेंस भी नहीं था लाइसेंस रहता तो लीगल होता और अकेले बनाकर बेचता था अभी तक एक भी माल नहीं बेचा था कल रात में बनाया आज सुबह राजस्व प्रशासन खनिज और औषधि की टीम पहुंच गई।