थाना चिंतागुफा क्षेत्र में सक्रिय 01 लाख ईनामी महिला सहित 03 नक्सलियों के द्वारा किया गया आत्मसमर्पण।
सुकमा: छत्तीसगढ़ शासन की ”छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति’’ तथा सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ”पूना नर्कोम अभियान’’ (नईसुबह-नई शुरुआत) से प्रभावित होकर किया गया आत्मसमर्पण।
नक्सलियों को आत्मसमर्पण हेतु प्रोत्साहित कराने मे आसूचना शाखा 50 वाहिनी सीआरपीएफ का रहा विशेेष योगदान।
छत्तीसगढ शासन की ”छत्तीसगढ नक्सलवाद उन्मूलन नीति’’ के तहत एवं सुकमा पुलिस द्वारा चलाये जा रहे ”पूना नर्कोम अभियान’’ नई सुबह-नई शुरुआत से प्रभावित होकर नक्सलियों के अमानवीय, आधारहीन विचारधारा एवं उनके शोषण, अत्याचार तथा बाहरी नक्सलियों द्वारा भेदभाव करने तथा स्थानीय आदिवासियों पर होने वाली हिंसा से तंग आकर नक्सली संगठन में सक्रिय क्रमश: 01. दुधी सुकड़ी पति स्व. हुंगा उम्र लगभग 53 वर्ष जाति मुरिया (तुमालपाड़ आरपीसी जनताना सरकार अध्यक्ष)
02. दुधी देवे पिता रामा उम्र लगभग 38 वर्ष जाति मुरिया (तुमालपाड़ आरपीसी केएएमएस अध्यक्ष ‘‘ईनाम 01 लाख’’)
03. माड़वी हड़मा पिता तूला उम्र लगभग 26 वर्ष जाति मुरिया (तुमालपाड़ आरपीसी मिलिशिया सदस्य) साकिनान तुमालपाड़ थाना चिंतागुफा जिला सुकमा (छ0ग0) के द्वारा आज दिनांक 27.01.2024 को नक्सल ऑपरेशन कार्यालय सुकमा में दुर्गाराम द्वितीय कमान अधीकारी सीआरपीएफ 50 वाहिनी, कफील अहमद, डिप्टी कमाण्डेन्ट 50 वाहिनी सीआरपीएफ, एवं उत्तम प्रताप सिंह, उप पुलिस अधीक्षक बस्तर फाईटरर्स सुकमा के समक्ष बिना हथियार के आत्मसमर्पण किया गया। उपरोक्त नक्सलियों को आत्मसमर्पण कराने में शेखर रावत, महाराणा प्रताप सिंह द्वेय सहायक कमाण्डेन्ट 50 वाहिनी सीआरपीएफ का विशेष योगदान रहा।
आत्मसमर्पित नक्सलियों को शासन की ‘‘छत्तीसगढ़ नक्सलवाद उन्मूलन नीति’’ के तहत सहायता राशि व अन्य सुविधाए प्रदाय किया जायेगा।।