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छत्तीसगढ़ पर्यटन स्थल: नए साल में घूमने जाने का है मन तो देखे सबसे अच्छी जगहो का कलेक्शन… पढ़े पूरी खबर

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न्यूज डेस्क ब्रेकिंग: छत्तीसगढ़ प्राचीन स्मारकों, बौद्ध स्थलों, दुर्लभ वन्य प्राणियों, नक्काशीदार मंदिरों, राजमहलों, गुफाओं एवं शैलचित्रों से भी परिपूर्ण है.छत्तीसगढ़ की सबसे सुंदर जगह छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में आने वाला पर्यटन स्थल मैनपाट छत्तीसगढ़ के सबसे खूबसूरत जगहों में सबसे ऊपर आता है.

मैनपाट को ‘छत्तीसगढ़ के शिमला’ के नाम से भी जाना जाता है.कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान कांगेर घाटी राष्ट्रीयउद्यान का नाम कांगेर नदी से निकला है, जो इसकी लंबाई में बहती है।

कैलाश गुफा बस्तर घने जंगलों, सर्पिन घाटियों, नदियों, के साथ एक रहस्यमय भूमि है

तीरथगढ जलप्रपात कोटमसर गुफा नारायणपाल मंदिर तामड़ा घुमर मेन्द्री घुमर जलप्रपात चित्रधारा जल प्रपात यहां आकर आप फरा, चीला, चौसेला, कढ़ी चावल, स्पेशल छत्तीसगढ़ी थाली, भजिया, आलू गुंडा जैसे छत्तीसगढ़ी व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं

छत्तीसगढ़ अपने खास तरह के संस्कृति, खान पान और अपने सहजता के लिए जाना जाता है. यहां चारों ओर हरियाली और प्राकृतिक सुंदरता है.

रतनपुर को तालाबों का शहर भी कहा जाता है. यहाँ प्रमुख दर्शनीय स्थलों में राजा रतनसेन द्वारा निर्मित महामाया मंदिर, प्राचीन किले के अवशेष, रामटेकरी का पंचायतन मंदिर, लखनी देवी मंदिर, शिवमंदिर, संकटमोचन हनुमान मंदिर एवं मूसा खाँ की दरगाह आदि प्रमुख है. रतनपुर की महामाया मंदिर को जागृत शक्तिपीठ माना जाता है.

रामानुजगंज संभाग व छत्तीसगढ़ की सबसे ऊंची शिखर गौरलाटा जिसकी ऊंचाई 4018 फीट (1225 मीटर) है पर फतह हासिल किया है। एडविना ने छत्तीसगढ़ के सर्वोच्च शिखर गौरलाटा जो प्रदेश की उत्तरी सीमा व झारखंड सीमा पर स्थित रामानुजगंज संभाग के सामरीपाट के चांदो पहाड़ी रेंज पर स्थित गौरलाटा पर चढ़ाई 11 मई को पूरी की.मैनपाट से ही रिहन्द एवं मांड नदी का उदगम हुआ है। मैनपाट में मेहता प्वांइट भी एक दर्शनीय स्थल है। इसे छत्तीसगढ का तिब्बत भी कहा जाता हैं। यहां तिब्बती लोगों का जीवन एवं बौध मंदिर आकर्षण का केन्द्र है.

बिलासपुर – कोरबा मुख्यमार्ग पर 25 कि. मी. पर स्थित आदिशक्ति महामया देवि कि पवित्र पौराणिक नगरी रतनपुर का प्राचीन एवं… बिलासपुर शहर कानन पेंडारी चिड़ियाघर के लिए प्रसिद्ध है.

गरियाबंद जिले में पर्यटन की असीम संभावनाएं है। विभिन्न प्राकृतिक एवं रमणीय स्थलों के साथ-साथ पुरातात्विक धार्मिक एवं ऐतिहासिक स्थल भी आकर्षण का केन्द्र हैं। प्रसिद्ध धार्मिक नगरी राजिम त्रिवेणी संगम और कुलेश्वर तथा राजीव लोचन मंदिर के नाम से ख्याति प्राप्त है.

गंगरेल बांध जिसे रविशंकर सागर के नाम से भी जाना जाता है, जिसका नाम छत्तीसगढ़, भारत में स्थित रविशंकर शुक्ल के नाम पर रखा गया है। यह महानदी नदी पर बना है। यह धमतरी जिले में स्थित है, धमतरी से लगभग 17 किमी और रायपुर से लगभग 90 किमी। यह छत्तीसगढ़ का सबसे लंबा बांध है।

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