रायपुर :. समाजशास्त्र एवं समाज कार्य अध्ययन शाला पं.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एवं आईसीएसएसआर नईदिल्ली द्वारा प्रायोजित दो सप्ताह केपिसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम का 17 दिसंबर को समापन हुआ हुआ इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.सच्चिदानंद शुक्ला हुए शामिल सभी प्रतिभागियों को कुलपति महोदय के हाथों प्रमाण पत्र का वितरण किया गया.
दिनांक 06 दिसंबर से 17 दिसंबर तक विश्वविद्यालय के मानव संसाधन विकास केंद्र भवन में यंग सोशल साइंस फैकल्टी के लिए आयोजित केपिसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम आयोजित का रविवार 17 दिसंबर को प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरण एवं समापन समारोह का आयोजन किया गया.कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.सच्चिदानंद शुक्ला ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरण के पश्चात अपने उद्बोधन में कहा कि समाज विज्ञान से जुड़े शोध कार्य का महत्त्व समय के साथ और भी प्रासंगिक हो रहें है. पहले समाज विज्ञान से जुड़े शोध कार्य का एक लिमिटेशन था अब समाज विज्ञान शोध का दायरा बढ़ता ही जा रहा है.आगे उन्होंने कहा कि इस तरह के केपिसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम से युवा प्राध्यापकों एवं शोधकर्ताओं में को शोधकार्य को लेकर नई सोंच उत्पन्न होती है.सामाजिक शोध से जुड़े विभिन्न आयामों से युवा शोधकर्ता रूबरू होते हैं.वर्तमान समय अंतरविद्यावर्ती शोध दौर है इसे बढ़ावा देने की आवश्यकता है.अब समाज विज्ञान से जुड़े शोध कार्य समाज के हर वर्ग तक पंहुच रहा है यह समाज विज्ञान से संकाय के लिए उपलब्धि है.कार्यक्रम के विशिष्ठ अतिथि एमएमटीसी के निदेशक प्रो.प्रीति के.सुरेश रही.
इस समापन सत्र में स्वागत उद्बोधन प्रोग्राम के कोर्स निदेशक एवं विभागाध्यक्ष समाजकार्य एवं समाज कार्य अध्ययनशाला रविशंकर विवि. प्रो.निस्तर कुजूर एवं धन्यवाद ज्ञापन को-कोर्स निदेशक एवं सहायक प्रोफेसर अर्थशास्त्र अध्ययनशाला पं.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय ने किया. इस केपिसिटी बेल्डिंग प्रोग्राम में देशभर के अलग अलग विश्वविद्यालयों के समाज विज्ञान से जुड़े विषय विशेषज्ञों ने सामाजिक अनुसंधान प्रविधि से जुड़े सभी आयामों को उपस्थित सभी समाज विज्ञान के युवा प्राध्यापकों को बताया।