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ज्ञानोदय में वार्षिक खेल प्रतियोगिता का हुआ आयोजन लोटा रेस, हार्डल रेस में भाग लिए विद्यार्थियों…..देखें तस्वीरें

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तिल्दा- नेवरा : हिरमी स्थित ज्ञानोदय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में तीन दिवसीय वार्षिक खेल कूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। सर्व प्रथम आद्यशक्ति ज्ञान की अधिष्ठात्री मां सरस्वती के छाया चित्र पर पुष्प माला अर्पित कर दीप प्रज्ज्वलित कर पूजा अर्चना किया तत्पश्चात खेल प्रारंभ किया जिसमें बच्चों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया। इस प्रतियोगिता में खेल के प्रति बच्चों में काफी उत्साह दिखाई दिया। विद्यालय के सभी विद्यार्थियों का चार दल बनाया था।

इस दौरान खो – खो ,कबड्डी सौ मीटर, जलेबी रेस, लोटा रेस, हार्डल रेस व अन्य प्रतियोगिता में बच्चों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के रूप में प्राचार्य पी आर वर्मा रहे। प्राचार्य जी का स्वागत संस्था के दिलेश्वर मढ़रिया व आर के बंजारे द्वारा किया गया। मुख्य अतिथि ने बच्चों की खो – खो को हरी झंडी दिखाकर खेल प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। इसके बाद मुख्य अतिथि ने प्रथम , द्वितीय स्थान पाने वाले विद्यार्थियों को बधाई और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने खेलो के महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि खेलों का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण योगदान होता है। खेलों से बच्चों के जीवन में सहयोग की भावना का विकास होता है। खेलकूद से बच्चे शारीरिक और मानसिक सु²ढ़ होते है। विद्यालय के वरिष्ठ शिक्षिका शैल वर्मा ने कहा कि खेलों से हमारा शारीरिक व मानसिक विकास होता है तथा बच्चों में नेतृत्व की भावना विकसित करने के लिए यह आवश्यक है एवं खेल शिक्षा का महत्वपूर्ण अंग है । अतः बच्चों को खेलों में उत्साह के साथ भाग लेना चाहिए। इस प्रतियोगिता में नर्सरी से लेकर कक्षा 12वीं तक के छात्र-छात्रों ने प्रतिभाग किया एवं अपनी क्षमता व प्रतिभा का उत्कृष्ट प्रदर्शन किया ।

इस अवसर पर ललित वर्मा,अजय , गोलू सर,निर्मलकर, श्यामसुंदर वर्मा,हरिश वर्मा, सीमा वर्मा,छाया साहू, विजयदशमी,रिंकी वर्मा, पूर्णिमा साहू पंकज वर्मा एवं विद्यालय के समस्त स्टाफ ने भी प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी बच्चों को बधाई एवं शुभकामना दी।

इस कार्यक्रम का मंच संचालन करते हुए व खेल प्रतियोगिता का समापन करते हुए विद्यालय के शिक्षक हेमंत वर्मा ने कहा कि मस्तिष्क के विकास का साधन यदि शिक्षा है तो शारीरिक विकास का साधन खेल हैं इससे बच्चों में स्नेह और मित्रता का भाव जागृत होता हैं ।

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