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अग्रसेन महाविद्यालय में मनाया गया संविधान दिवस ‌भारतीय संविधान से ही यहाँ लोकतंत्र की जड़ें मजबूत हुई हैं

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रायपुर : अग्रसेन महाविद्यालय में IQAC एवं पत्रकारिता विभाग के संयुक्त तत्वाधान में आज संविधान दिवस के उपलक्ष्य में संगोष्ठी का आयोजन किया गया. इसमें शासकीय जे. योगनान्दम छत्तीसगढ़ महाविद्यालय में विधि विभाग के प्राध्यापक डॉ भूपेन्द्र करवंदे मुख्य वक्ता के रूप में आमंत्रित थे. अपने संबोधन में उन्होंने कहा भारत का संविधान पूरे विश्व में अपनी समग्रता और विशिष्टता के कारण एक अलग स्थान रखता है. इसमें हर एक नागरिक के समस्त अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई है. इसी वजह से भारत में लोकतंत्र की जड़ें मजबूती से जमी हुई हैं.डॉ करवंदे ने कहा कि भारत का संविधान विश्व का न केवल सबसे बड़ा और विस्तृत संविधान है, बल्कि यह सबसे विशिष्ट भी है. क्योंकि इसमें मूल अधिकार, संवैधानिक अधिकार, वैधानिक अधिकार और मानव अधिकारों को भी शामिल किया गया है. उन्होंने अलग-अलग उदाहरणों से विद्यार्थियों को संविधान की विभिन्न विशेषताओं से भी परिचित कराया.

कार्यक्रम के आरंभ में महाविद्यालय के छात्रों ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की. इस अवसर पर अपने स्वागत भाषण में महाराजाधिराज अग्रसेन शिक्षण समिति के अध्यक्ष तथा महाविद्यालय के डायरेक्टर डॉ वी.के. अग्रवाल ने कहा कि संविधान निर्माता डॉ भीमराव आंबेडकर सहित संविधान सभा के समस्त सदस्यों के सम्मिलित प्रयासों से इसमें अधिकारों के साथ ही कर्तव्य को समान महत्व दिया गया है, ताकि देश का हर व्यक्ति एक जिम्मेदार नागरिक बन सके. महाराजाधिराज अग्रसेन शिक्षण समिति के अध्यक्ष तथा महाविद्यालय के एडमिनिस्ट्रेटर डॉ. अमित अग्रवाल ने संविधान दिवस के इस कार्यक्रम को युवाओं के लिए विशेष रूप से लाभकारी बताया.

आभार प्रदर्शन करते हुए महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ युलेन्द्र कुमार राजपूत ने कहा कि संविधान ही भारतीय शासन व्यवस्था की आत्मा है, और इसके माध्यम से हर एक नागरिक के लिए न्याय को सुनिश्चित किया गया है. कार्यक्रम का संयोजन पत्रकारिता संकाय की विभागाध्यक्ष डॉ अदिति नामदेव गुप्ता ने किया तथा इसका संचालन पत्रकारिता संकाय के पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. विभाष कुमार झा ने किया. कार्यक्रम में महाविद्यालय के विद्यार्थियों तथा सभी संकायों के प्राध्यापकों ने पूरी सक्रियता के साथ अपनी भागीदारी सुनिश्चित की।

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