गुड्डू किरार
ब्रैकिंग:इसरो के सदस्य के रूप में चंद्रयान-3 को सफलतापूर्वक लैंड करने वाले सदस्य प्रफुल्ल जैन का हुआ- मूल रूप से विदिशा जिले में जन्मे और शिक्षा दीक्षा ग्रहण करने वाले प्रफुल्ल 1989 से कर रहे इसरो में काम- व्यापारी एवं उद्योग मंडल की ओर से रविंद्र नाथ टैगोर ऑडिटोरियम में किया गया प्रफुल्ल जैन का सम्मान- इस काम को लेकर प्रफुल्ल जैन ने रखी अपनी बात- विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थी सेमिनार में हुए शामिल पछे कई रोचक सवाल- इसरो और चंद्रयान को लेकर बनाई गई एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म का भी किया गया प्रदर्शन।
हाल ही में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान द्वारा चंद्रयान तीन की मदद से चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव जहां अब तक कोई नहीं पहुंचा।वहां सफलतापूर्वक लैंड करके पहले देश बनने का गौरव हासिल किया है।इसरो की इसी टीम के सदस्य विदिशा जिले के रहने वाले प्रफुल्ल जैन जो विदिशा के एसएटीआई कॉलेज से इंजीनियरिंग करने के बाद वर्ष 1989 में इसरो में शामिल हुए थे।
तब से ही वहां काम कर रहे हैं चंद्रयान की सफलता के बाद व्यापार एवं उद्योग मंडल के प्रदेश अध्यक्ष राजेश जैन और उनके सदस्य द्वारा रविंद्र नाथ टैगोर ऑडिटोरियम में उनका भव्य सम्मान किया गया।उसके पूर्व विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों द्वारा एक सेमिनार का आयोजन भी किया गया जिसमें विद्यार्थियों ने अंतरिक्ष इसरो और चंद्रयान विक्रम लैंडर सहित अन्य विषयों को लेकर कई सवाल किया और उन रोचक सवालों का रोचक जवाब भी उन्हें मिला वहीं प्रफुल्ल जैन ने भी इसरो में काम करने के अपने अनुभव के बारे में अपनी बात रखी।